‘जेट गिरा या नहीं’: CDS के बयान से खुश हुए सैन्य विशेषज्ञ,आलोचकों को दिया करारा जवाब
punjabkesari.in Tuesday, Jun 03, 2025 - 08:04 PM (IST)

International Desk: भारत के चीफ़ ऑफ़ डिफ़ेंस स्टाफ़ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने हाल ही में शांगरी-ला डायलॉग में भाग लेते हुए एक इंटरव्यू में ऐसा बयान दिया है जो देश और विदेश में चर्चा का विषय बन गया है। ब्लूमबर्ग टीवी को दिए इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि हालिया भारत-पाक संघर्ष के दौरान क्या भारतीय लड़ाकू विमान गिराया गया था, तो उन्होंने जवाब दिया "ये ज़रूरी नहीं कि जेट गिराया गया, ज़रूरी ये बात है कि ऐसा क्यों हुआ।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि "हमने अपनी टैक्टिकल ग़लतियाँ पहचानी, उन्हें सुधारा और दो दिन बाद उसी के आधार पर जवाबी कार्रवाई की।" पाकिस्तान के इस दावे को कि उन्होंने भारत के छह विमानों को गिराया है, जनरल चौहान ने पूरी तरह गलत बताया और कहा"यह जानकारी अहम नहीं है, असली बात यह है कि हमने उस अनुभव से क्या सीखा और क्या कदम उठाए।"
विशेषज्ञों की राय
- कुछ सैन्य विशेषज्ञ CDS के बयान को रणनीतिक परिपक्वता बताते हैं कि युद्ध में केवल नुकसान नहीं, सीख और सुधार भी ज़रूरी हैं।
- वहीं कुछ विदेश नीति विश्लेषक मानते हैं कि इंटरव्यू का लहजा पाकिस्तान को अप्रत्यक्ष रूप से फायदा पहुँचा सकता है, खासकर अंतरराष्ट्रीय मीडिया में।
- कुछ जानकार यह भी कह रहे हैं कि मीडिया "नैरेटिव" को पाकिस्तान के पक्ष में मोड़ने की कोशिश कर रही ।
राजनीतिक बवाल
विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने जनरल चौहान के बयान को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर हमारे विमान सच में नहीं गिरे, तो फिर CDS स्पष्ट क्यों नहीं कहते?" क्या सरकार पाकिस्तान को लेकर नरम रुख अपना रही है? जनरल चौहान का बयान सेना की रणनीतिक सोच को दर्शाता है, लेकिन उसका राजनीतिक और कूटनीतिक असर भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जहाँ एक ओर सेना अपनी योजना और सुधारों को आगे रख रही है, वहीं विपक्ष और विशेषज्ञ इसे पारदर्शिता और कूटनीति से जोड़कर देख रहे हैं।
सी उदय भास्कर ने कहा-" दिया सही जवाब"
रक्षा मामलों के वरिष्ठ विशेषज्ञ सी उदय भास्कर ने जनरल चौहान का समर्थन करते हुए कहा कि, "सीडीएस ने एक परिपक्व और रणनीतिक जवाब दिया। उन्होंने यह समझाया कि विमान क्यों गिरे, इससे हमने क्या सीखा, और कैसे हमने अपनी रणनीति को सुधारा।"उदय भास्कर ने याद दिलाया कि पहले भी एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस ब्रीफिंग में नुकसान की बात स्वीकार की थी लेकिन उद्देश्य और रणनीति को ज़्यादा महत्वपूर्ण बताया था।
हुसैन हक्कानी ने कहा-"सैनिक के तौर पर ईमानदारी"
पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हक्कानी ने कहा कि जनरल चौहान ने एक सैनिक के तौर पर नुकसान स्वीकार कर सच्चाई को सामने रखा है। "राजनीतिक नेतृत्व भले ही हार न माने, लेकिन एक सैनिक के तौर पर उन्होंने ईमानदारी दिखाई है।"उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारतीय हवाई सुरक्षा में सेंध कैसे लगी, यह चिंता का विषय है।
भारत के पूर्व विदेश सचिव कंवल सिब्बल का पलटवार
कंवल सिब्बल ने हक्कानी की पोस्ट का जवाब देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया और विश्लेषक भारत के खिलाफ नैरेटिव गढ़ रहे हैं। "क्या पाकिस्तान ने अपने हवाई ठिकानों पर भारत के हमलों को स्वीकार किया था, जिनके सबूत भारत ने दिए थे? क्यों केवल भारत के नुकसान पर चर्चा हो रही है?"
ब्रह्मा चेलानी ने की कड़ी आलोचना
स्ट्रैटेजिक मामलों के जानकार ब्रह्मा चेलानी ने सोशल मीडिया (X) पर जनरल चौहान की आलोचना करते हुए लिखा, "यह सार्वजनिक कूटनीति की विफलता है। सिंगापुर में जाकर नुकसान को स्वीकार करना पाकिस्तान के नैरेटिव को मज़बूत करता है।" उन्होंने यह भी कहा कि, "ऐसी स्वीकारोक्ति भारत में की जानी चाहिए थी, और साथ ही पाकिस्तान को हुए नुकसान का भी खुलासा किया जाना चाहिए था।"
चीन अब मुस्कुरा रहा होगा
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के जानकार डेरेक जे ग्रोसमैन ने अलजज़ीरा की रिपोर्ट को साझा करते हुए लिखा: "चीन अब मुस्कुरा रहा होगा क्योंकि भारत ने स्वीकार किया है कि पाकिस्तान ने उसके बनाए हथियारों से भारतीय विमान गिराया।"