अग्निवीर चुनावी मुद्दा न होने से मायूस हैं सी.डी.एस. अनिल चौहान के गांव के लोग

punjabkesari.in Thursday, Apr 18, 2024 - 09:06 AM (IST)

नेशनल डेस्क: लोकसभा चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर में तूफानी दौरे कर रहे हैं। उनके एजेंडे में राम मंदिर से लेकर विकसित भारत तक के कई मुद्दे शामिल हैं, हालांकि इस सबसे से परे उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सी.डी.एस.) जनरल अनिल चौहान के गवाणा गांव में लोग इस बात को लेकर मायूस हैं कि चुनावी मुद्दों में अल्पकालिक अग्निपथ भर्ती योजना शामिल ही नहीं है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव के युवाओं का अब फौज की तरफ रुझान कम हुआ है, वे अग्निवीर के बजाय अन्य उद्योगों पर नौकरियों के लिए रुख करने लगे हैं।

सेना की नौकरी आकर्षक नहीं रही
गवाना गांव श्रीनगर से लगभग 20 किमी दूर है, जो चार धाम मार्ग पर पौड़ी गढ़वाल जिले का एक प्रमुख शहर है। बुनियादी सुविधाओं, नौकरियों की कमी और खराब कनेक्टिविटी के कारण प्रवासन से प्रभावित इस सुदूर गांव में केवल लगभग 60 लोग रहते हैं। जिनमें ज्यादातर बुजुर्ग और महिलाएं हैं। इस गांव के एक युवक के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि अग्निपथ योजना शुरू होने के बाद युवाओं को सेना की नौकरी आकर्षक नहीं लगती। अब इसमें रुचि रखने वाले बहुत कम हैं। यह हमारे राज्य के लिए एक बड़ा बदलाव है। अगर पहले 10 में से आठ युवा इसमें रुचि रखते थे, तो अब यह घटकर सिर्फ दो रह गया है। युवक ने बताया कि मेरे दोस्त जो पहले सेना में शामिल होने की इच्छा रखते थे और उसके अनुसार तैयारी करते थे, अब होटल उद्योग में शामिल हो रहे हैं।

सी.डी.एस. भी नहीं कर पाए कुछ खास
सी.डी.एस. के चचेरे भाई दर्शन सिंह चौहान ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि अनिल चौहान सितंबर 2022 में देश के दूसरे सी.डी.एस. बने थे, लेकिन सबसे वरिष्ठ रक्षा अधिकारी के रूप में उनकी नियुक्ति ने युवाओं की खोती रुचि को वापस लाने में कोई अच्छा काम नहीं किया है। वह कहते हैं कि पिछले कुछ वर्षों में सेना के लिए तैयारी करने का चलन कम हुआ है और युवा पीढ़ी निजी क्षेत्र में काम करना पसंद करती है। रिपोर्ट में गांव के एक सेवानिवृत अधिकारी का भी हवाला दिया गया है जिन्होंने कहा कि अग्निवीर, बेरोजगारी और टूटी हुई गांव की सड़क जैसे कई मुद्दे हैं, लेकिन चुनावी चर्चा पी.एम. मोदी के नाम तक ही सीमित है।

 


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Content Editor

Mahima

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