खौफ में दिल्ली: लाल किले से जंतर-मंतर तक प्रदर्शन
punjabkesari.in Friday, Dec 20, 2019 - 10:59 AM (IST)
नई दिल्ली: संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में राजधानी वीरवार को एक खौफ के साए में रही। जहां सड़कों पर अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शन और रैलियां निकाली गई, वहीं लालकिले और जंतर-मंतर पर हजारों की संख्या में लोगों न इस विरोध का प्रदर्शन किया। पूरे दिन प्रदर्शन और निकाली गई रैलियों के बीच कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई। साथ ही वीरवार के दिन पुलिस और पब्लिक में भिड़त नहीं दिखी। सीलमपुर, तुर्कमान गेट सहित अधिकांश मुस्लिम बहुल इलाकों में पूर्ण शांति बनी रही। हालांकि, इस प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने अलग-अलग जगहों से करीब 126 लोगों को हिरासत में लिया, जिन्हें देर शाम छोड़ दिया गया।
दिल्ली जाम, फ्लाइट करनी पड़ी रद्द, अधिकांश रूट डाइवर्ट
दिल्ली में असामाजिक तत्वों के घुसने की सूचना के बाद गुडग़ांव और दिल्ली पुलिस ने कई जगह बैरिकेङ्क्षडग कर जांच शुरू कर दी, जिसके चलते एनएच-8 पर करीब 8 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। इस जाम का असर साऊथ दिल्ली की सड़कों पर पड़ा, वहीं एयरपोर्ट का मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। जिसके चलते हजारों की संख्या में विदेश और फ्लाइट से सफर करने वाले यात्री बीच में फंस गए, यही नहीं एयरपोर्ट क्रू मेंबर समेत 12 फ्लाइटों के पायलट भी जाम में फंसे रहें। जिसके चलते कई फ्लाईट कैंसिल करनी पड़ी। डायल के तहत अकेले इंडिगो एयरलाइंस ने 19 फ्लाइट्स तो एयर इंडिया में 12 सहित तीन विदेशी कंपनियों ने भी अपनी 3 फलाइटों को रीशेयडूयल किया।
आज जुमा, होगी पुलिस इंतजाम की असली परीक्षा
आज शुक्रवार है और जुमे की नमाज भी, नतीजतन गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है कि दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश में मुस्लिम बहूल इलाकों में सुरक्षा कड़ी की जाए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्व विरोध-प्रदर्शन की आड़ साम्प्रदायिक हिंसा फैला सकते हैं, नतीजतन अलर्ट जारी किया गया है, वहीं शुक्रवार को राजधानी में मुस्लिम बहूल इलाकों सहित पूरे लूटियन जोन में धारा-144 लगाई गई है। एहतियातन सुरक्षा के लिए वीरवार की तुलना में 52 कंपनियों की जगह 55 कंपनियां तैनात की जा रही हैं। दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में बयान जारी किया है कि मुस्लिम बहूल इलाकों में वीरवार की तरह स्थिति को देखते हुए नेट सेवा बंद की जा सकती है।
20 मेट्रो स्टेशन बंद करने पड़े
नागरिकता कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के कारण 20 मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश-निकासी बंद होने से लाखों यात्रियों को घंटों भारी परेशानी उठानी पड़ी। राजीव चौक मेट्रो स्टेशन बंद रहने से काफी परेशानी हुई। पहली बार मेट्रो के दरवाजे छह से आठ घंटे बंद हुए और सबसे ज्यादा समस्या तब हुई जब मेट्रो कई स्टेशनों पर रूकी तक नहीं। न ही मेट्रो के उद्घोषणा सिस्टम में शुरूआती स्टेशनों पर ऐसी कोई जानकारी मुहैया करवाई जा रही थी। यात्रियों को सुबह नौ बजे से ही समस्या होने लगी थी और यह सिलसिला देर शाम तक चलता रहा। डीएमआरसी ने ट्विटर पर अपडेट्स प्रसारित कराए।