Success Story: उज्जैन के भाई-बहन एक साथ बने डिप्टी कलेक्टर, MPPSC परीक्षा में पाई शानदार सफलता

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2024 - 12:43 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भगवान श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली उज्जैन में विद्वानों और विद्या के साधकों की कोई कमी नहीं है। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए उज्जैन के एक परिवार के दो सदस्यों ने एक बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया है। भाई-बहन की इस जोड़ी ने मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) की राज्य सेवा परीक्षा 2021 में न सिर्फ उत्कृष्ट रैंक प्राप्त की है, बल्कि दोनों डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए हैं। शुक्रवार को एमपीपीएससी ने स्टेट सर्विसेज एग्जाम 2021 का परिणाम घोषित किया। इस परीक्षा के माध्यम से राज्य में डिप्टी कलेक्टर, DSP, डिस्ट्रिक्ट रजिस्ट्रार, जॉइंट डायरेक्टर (स्कूल ऑफ एजुकेशन), नायब तहसीलदार जैसे कुल 290 पदों पर नियुक्ति की जाएगी। फिलहाल, आयोग ने 243 पदों के लिए परिणाम जारी किया है। इनमें उज्जैन के अर्जुन सिंह ठाकुर और राजनंदनी सिंह ठाकुर भी शामिल हैं।

इंजीनियरिंग के बाद एक साथ क्रैक किया MPPSC PCS एग्जाम
अर्जुन सिंह ठाकुर ने MPPSC PCS परीक्षा में 21वीं रैंक और उनकी बहन राजनंदनी सिंह ठाकुर ने 14वीं रैंक हासिल की है। दोनों ने उज्जैन के क्रिस्ट ज्योति स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और भोपाल से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इनके पिता, डॉ. वायएस ठाकुर, एक इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रोफेसर हैं।

स्टेट बास्केटबॉल प्लेयर और नायब तहसीलदार हैं राजनंदनी
राजनंदनी का 2020 में नायब तहसीलदार के पद पर चयन हुआ था और वर्तमान में वे सीहोर में पदस्थ हैं। बास्केटबॉल की स्टेट प्लेयर रह चुकीं राजनंदनी ने बताया कि नौकरी में रहते हुए उन्होंने पढ़ाई के लिए समय निकाला और अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। उनका मानना है कि अगर कुछ बनना है, तो समय की परवाह किए बिना पढ़ाई में खुद को झोंकना होता है।

नौकरी छोड़कर की तैयारी, अब डिप्टी कलेक्टर बनेंगे अर्जुन
इंजीनियरिंग के बाद अर्जुन की टीसीएस में नौकरी लग गई थी, लेकिन उन्होंने इसे ज्वॉइन नहीं किया। उनका लक्ष्य PCS परीक्षा पास करके बड़ा अफसर बनना था। अर्जुन ने बताया कि वे रोजाना आठ से दस घंटे की पढ़ाई करते थे और सोशल मीडिया का उपयोग केवल खबरें और कंटेंट देखने के लिए करते थे। साल 2018 से उन्होंने लगातार मेहनत की और आज उनका चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ है।

अर्जुन ने बताया अपना स्टडी प्लान
अर्जुन सिंह ने बताया कि उन्होंने रोजाना आठ से दस घंटे पढ़ाई की और सोशल मीडिया का उपयोग केवल जरूरी खबरों और कंटेंट के लिए किया। उन्होंने साल 2018 से लगातार मेहनत की और आज उन्हें सफलता मिली।

परिवार में खुशी का माहौल
दोनों भाई-बहन की इस सफलता से ठाकुर परिवार में खुशी का माहौल है। यह सफलता उन बच्चों के लिए प्रेरणा है, जो छोटी-सी नाकामी पर हतोत्साहित हो जाते हैं। डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित होने के बाद अर्जुन और राजनंदनी ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।


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Content Editor

Mahima

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