कज़ान एक्सपो सेंटर में BRICS समिट शुरू, पुतिन ने कहा- 30 से ज्यादा देशों ने ग्रुप में शामिल होने की जताई इच्छा
punjabkesari.in Wednesday, Oct 23, 2024 - 02:25 PM (IST)
नेशनल डेस्क: रूस के कज़ान शहर में BRICS शिखर सम्मेलन का आयोजन भव्य और महत्वाकांक्षी तरीके से किया जा रहा है। यह सम्मेलन कज़ान एक्सपो सेंटर में हो रहा है, जिसमें BRICS के सदस्य देशों के प्रमुख, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि और वैश्विक नेता शामिल हो रहे हैं। इस समिट का उद्देश्य वैश्विक आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक चुनौतियों का सामना करना और सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
पुतिन का संबोधन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने समिट के पूर्ण सत्र की शुरुआत में अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं को उठाया। उन्होंने कहा कि 30 से अधिक देशों ने BRICS समूह में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है। यह खबर BRICS के लिए एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि यह दर्शाता है कि वैश्विक स्तर पर इस समूह की लोकप्रियता बढ़ रही है। पुतिन ने कहा, “हमारी बैठक में विस्तार पर चर्चा की जाएगी, ताकि हम अधिक देशों को शामिल कर सकें और कार्यकुशलता बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया जा सके।” उन्होंने यह भी कहा कि BRICS का विस्तार न केवल सदस्यों की संख्या बढ़ाने का अवसर है, बल्कि यह वैश्विक राजनीति में एक नई दिशा भी तय करेगा। पुतिन ने इस बात पर भी ध्यान दिया कि BRICS देशों का सहयोग वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए अत्यंत आवश्यक है, जैसे जलवायु परिवर्तन, आर्थिक असमानता और सुरक्षा मुद्दे।
पीएम मोदी की उपस्थिति
इस सम्मेलन के दौरान, पीएम नरेंद्र मोदी की उपस्थिति ने विशेष महत्व लिया है। पूरी दुनिया की निगाहें इस बात पर भी हैं कि पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक कब होगी। पीएम मोदी ने BRICS शिखर सम्मेलन के लिए कज़ान एक्सपो सेंटर में पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
मोदी और पुतिन की मुलाकात
कज़ान में BRICS समिट से पहले, पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात मंगलवार को हुई थी। इस महत्वपूर्ण बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे का स्वागत किया। पीएम मोदी ने पुतिन से हाथ मिलाया और फिर उन्हें गले लगाया, जो कि भारत और रूस के बीच के गहरे संबंधों का प्रतीक है। इस मुलाकात के दौरान, दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मसलों पर विस्तृत चर्चा की। पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन संघर्ष का भी जिक्र किया, जो कि वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील मुद्दा है। इस संदर्भ में, उन्होंने शांति और स्थिरता के लिए भारत की प्रतिबद्धता का भी उल्लेख किया।
BRICS सम्मेलन का महत्व
कज़ान में हो रहे इस BRICS शिखर सम्मेलन का महत्व केवल आर्थिक और राजनीतिक मुद्दों तक सीमित नहीं है। यह सम्मेलन विभिन्न देशों के बीच सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने का एक मंच है। इसमें न केवल BRICS देशों के बीच आर्थिक सहयोग पर चर्चा की जाएगी, बल्कि स्वास्थ्य, विज्ञान, तकनीकी नवाचार और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विचार होगा। इस सम्मेलन के दौरान उठाए गए मुद्दे और प्रस्ताव भविष्य की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। सभी देश इस बात की प्रतीक्षा कर रहे हैं कि सम्मेलन में किन नए विचारों और नीतियों पर चर्चा होती है और कैसे BRICS समूह अपनी वैश्विक भूमिका को और मजबूत कर सकता है।
VIDEO | PM Modi (@narendramodi) arrives at the venue of the BRICS Summit 2024 in Kazan, #Russia.#BRICSSummit2024
— Press Trust of India (@PTI_News) October 23, 2024
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/YHwaoYW3Jd
कज़ान में चल रहा BRICS शिखर सम्मेलन वैश्विक सहयोग के लिए एक अनूठा अवसर है। इस सम्मेलन में चर्चा होने वाले विषय और निर्णय भविष्य में वैश्विक राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं। पुतिन के नेतृत्व में BRICS का विस्तार और पीएम मोदी की सक्रिय भागीदारी इस बात का प्रमाण है कि यह समूह वैश्विक मुद्दों पर सामूहिक रूप से प्रतिक्रिया देने में सक्षम है। इस प्रकार, कज़ान में हो रही BRICS समिट न केवल वर्तमान वैश्विक स्थिति पर चर्चा करने का मंच है, बल्कि यह भविष्य की संभावनाओं को भी उजागर करता है, जो BRICS देशों को एक नई दिशा में ले जा सकता है।