चरित्र निर्माण में किताबें सहायक : पाल

punjabkesari.in Monday, Aug 28, 2017 - 10:19 PM (IST)

देहरादून : उत्तराखंड में पहली बार राष्ट्रीय पुस्तक मेला शुरू हो गया। राज्यपाल डा. कृष्णकांत पाल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत तथा उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस अवसर पर संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर पुस्तक मेले का शुभारंभ किया।

नेशनल बुक ट्रस्ट तथा उच्च शिक्षा विभाग उत्तराखंड द्वारा परेड ग्राउंड में आयोजित पुस्तक मेले में उपस्थित पाठकों तथा छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अच्छी  किताबें, चरित्र निर्माण और व्यक्तित्व विकास में सहायक होती हैं। ज्ञान व सूचना के अंतर को समझना आवश्यक है। इंटरनेट व सोशल मीडिया से केवल सूचना मिलती है जबकि किताबों से ज्ञान मिलता है।

उन्होंने कहा कि  हिंदी साहित्य को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए इसके अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में अनुवाद पर विशेष ध्यान देना होगा। डा. पॉल ने कहा कि किताबें न केवल हमें ज्ञान प्रदान करती हैं बल्कि इनसे अछे विचार व अच्छी आदतें बनती हैं। जिससे चरित्र निर्माण व व्यक्तित्व विकास होता है। उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत को देहरादून में स्तरीय पुस्तक मेले के आयोजन के लिए बधाई दी।

राज्यपाल ने रवींद्र नाथ टैगोर का उदाहरण देते हुए कहा कि उनका काव्य संग्रह गीतांजलि मूल रूप से बंगाली भाषा में था। उन्होंने इंग्लैंड की यात्रा के दौरान इस काव्य संग्रह का अंग्रेजी अनुवाद किया। जब वे इंग्लैंड पहुंचे तो उनके एक अंग्रेज मित्र ने इसे पढ़ा और इसका अंग्रेजी अनुवाद प्रकाशित कराया। इसके अगले वर्ष ही रवींद्र नाथ टैगोर को गीतांजलि के लिए नोबेल पुरस्कार मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुस्तकों के बगैर जीवन अधूरा है। ज्ञान जितना बांटो, उतना ही बढ़ता है। छात्र, पुस्तकों से दोस्ती करें। इनकी दोस्ती जीवन में सदैव काम आती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी किताबें पढऩे पर बहुत बल देते हैं। वे कहते हैं कुछ न कुछ करते रहना चाहिए। अगर करने को कुछ भी नहीं है तो पुस्तकें पढ़ें। हमें संकल्प लेना चाहिए कि अपना कुछ समय किताबें पढऩे के लिए अवश्य निर्धारित करें।

उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि ‘पढ़ेगा उत्तराखण्ड तो बढ़ेगा उत्तराखण्ड’थीम पर 28 अगस्त से पांच सितंबर तक चलने वाले इस पुस्तक मेले में छात्रों की लेखन प्रतियोगिता, बौद्धिक कार्यक्रम, साहित्यकारों व लेखकों की परिचर्चाएं भी आयोजित की जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक मेले में देश भर के 111 प्रकाशक प्रतिभाग कर रहे हैं। पुस्तकें खरीदने पर छात्रों को 20 प्रतिशत जबकि अन्य लोगों को 10 प्रतिशत छूट दी जा रही है।

उन्होंने बताया कि नेशनल बुक ट्रस्ट से उत्तराखंड में पंचायतों का पुस्तक मेला आयोजित किए जाने पर भी सहमति मिली है। अब उच्च शिक्षा विभाग के प्रत्येक कार्यक्रम में फूलों की जगह अच्छी  किताबें भेंट की जाएंगी। इससे पूर्व राज्यपाल, मुख्यमंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री ने दीप प्रज्वलित कर पुस्तक मेले का विधिवत शुभारंभ किया।


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