Blood Group: इन ब्लड ग्रुप वालों को है बीमारियों का अधिक खतरा, रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 08:53 PM (IST)
नेशनल डेस्कः क्या आप जानते हैं कि आपका रक्त समूह (Blood Group) न केवल यह तय करता है कि आप किसे रक्तदान कर सकते हैं या किससे रक्त प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि यह आपके समग्र स्वास्थ्य से भी गहराई से जुड़ा होता है? विशेषज्ञों का कहना है कि हमारा रक्त समूह विभिन्न बीमारियों के प्रति हमारी संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकता है।
पोषण विशेषज्ञ और मनोचिकित्सक डॉ. शेल्डन ज़ब्लो बताते हैं कि व्यक्ति का रक्त समूह उसकी कई शारीरिक प्रवृत्तियों और रोगों के खतरे को निर्धारित करता है। उनका कहना है, “रक्त समूह के आधार पर किसी व्यक्ति में अलग-अलग बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है।”
हृदय रोग का खतरा
डॉ. ज़ब्लो के अनुसार, रक्त समूह AB और B वाले लोगों में हृदय रोग की संभावना अधिक होती है। इसका कारण है, शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल और प्रोटीन की अधिक मात्रा, जो रक्त के थक्के बनने से जुड़ी होती है। वहीं, रक्त समूह O वाले व्यक्तियों में हृदय संबंधी समस्याएँ अपेक्षाकृत कम पाई जाती हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि ऐसे लोग प्रदूषित वातावरण से दूर रहें, घर के अंदर व्यायाम करें, हृदय के लिए संतुलित आहार लें, धूम्रपान से बचें और नियमित रूप से हृदय की जांच करवाएँ।
पेट के अल्सर का जोखिम
हालाँकि O रक्त समूह वाले लोग हृदय के मामले में कुछ हद तक सुरक्षित माने जाते हैं, लेकिन इन्हें पेट के अल्सर का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, A रक्त समूह वाले व्यक्तियों में पेट के कैंसर का खतरा ज़्यादा देखा गया है। स्वस्थ रहने के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि आहार में साबुत अनाज, मछली, फल और सब्ज़ियाँ शामिल करें, नियमित रूप से कम से कम 40 मिनट व्यायाम करें और धूम्रपान से दूरी बनाए रखें।
दृष्टि क्षीणता और स्मृति हानि
AB रक्त समूह वाले लोगों में उम्र बढ़ने के साथ दृष्टि कमजोर होने की समस्या विकसित हो सकती है। इसके अलावा, रक्त में प्रोटीन असंतुलन के कारण इन लोगों में स्मृति हानि (Memory Loss) की संभावना भी बढ़ जाती है।
रक्त का थक्का जमना और स्ट्रोक का खतरा
A और B रक्त समूह वाले व्यक्तियों में रक्त का थक्का जमने की समस्या अधिक देखी जाती है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है।
तनाव और मानसिक स्वास्थ्य
यदि आपका रक्त समूह A है, तो तनाव प्रबंधन आपके लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। डॉ. ज़ब्लो के अनुसार, इस समूह वाले लोग तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का अधिक स्राव करते हैं, जिससे उन्हें मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। स्वस्थ मानसिक स्थिति बनाए रखने के लिए, नियमित व्यायाम करें और हर रात कम से कम 7 से 9 घंटे की नींद अवश्य लें।
