बिहार मेें चमकी बुखार से 158 बच्चों की मौत , मदद के लिए आगे आई केजरीवाल सरकार

punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2019 - 06:51 PM (IST)

नई दिल्ली: बिहार के  मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार (अक्यूट इन्सेफलाइटिस सिंड्रोम) से अबतक 158 बच्चों की मौत हो चुकी है। बीमारी से निपटने के लिए ठीक प्रबंध न होने की वजह से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बिहार से आ रही तस्वीरें वहां की बुरी स्थिति बयां कर रही है। अस्पताल में एक ही बेड पर तीन-तीन बच्चे हैं। परिजन जमीन पर लेटने को मजबूर हैं। डॉक्टर्स की भी भारी कमी है। मुजफ्फरपुर के श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल (एसकेएमसीएच) से तो परिजनों को लौटाया भी जा रहा था। इतना ही नहीं वहां बच्चों को ओआरएस का घोल भी नहीं उपलब्ध कराया जा रहा है। दरअसल, अस्पताल प्रशासन ने संसाधनों की कमी और मरीजों की संख्या को देखते हुए अब हाथ खड़े कर दिए हैं। 

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इस बीच दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बिहार को मदद की पेशकश की है। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली सरकार बिहार को मदद के लिए तैयार है। मनीष सिसोदिया ने कहा कि बिहार से जो दृश्य आ रहा है उसे देखकर पूरा देश का दिल रो रहा है। मैं दिल्ली सरकार के तरफ से बिहार सरकार को पूरी मदद ऑफर कर रहा हूं, जिस तरह की भी जरूरत हो (मेडिकल टीम की, ऐम्बुलेंस की, पैरामेडिकल टीम की, दवाइयों की) हर तरह से मदद के लिए तैयार हैं। 

केंद्र सरकार ने चिकित्साकर्मियों की पांच टीमें तत्काल मुजफ्फरपुर भेजने का निर्देश दिए
इस बीच केन्द्र सरकार ने बिहार में  के इलाज में सहायता के लिए वरिष्ठ बाल रोग चिकित्सकों और अद्र्ध चिकित्साकर्मियों की पांच टीमें तत्काल मुजफ्फरपुर भेजने का निर्देश दिए हैं । केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को उच्च स्तरीय बैठक में चमकी बुखार से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा की और पांच केन्द्रीय चिकित्सा टीम तुरंत भेजने का निर्देश दिया। इससे प्रभावित जिलों में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे उपायों को और सशक्त बनाया जा सकेगा। इन टीमों में राम मनोहर लोहिया अस्पताल, सफदरजंग और लेडी हाडिंर्ग मेडिकल कॉलेज के 10 बाल रोग चिकित्सक तथा पांच अद्र्ध चिकित्साकर्मी शामिल होंगे। 

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24 घंटे सेवा देने के लिए 10 और एम्बुलेंस गाडियां लगाई गई
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इन टीमों से बीमारी पर निगरानी रखने और अस्पतालों में पहले से भर्ती मरीजों का बेहतर इलाज करने में मदद मिलेगी। पिछले तीन दिनों से स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केन्द्रीय दल मुजफ्फरपुर में है और वहां चिकित्सा सेवाओं की निगरानी कर रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में बीमारी से पीड़ित लोगों की आर्थिक स्थिति का पता लगाने के लिए सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण टीमें गठित की गई हैं। राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित प्रखंडों में 24 घंटे सेवा देने के लिए 10 और एम्बुलेंस गाडियां लगाई गई हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में 16 नोडल अधिकारी भी तैनात किए गए हैं।
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shukdev

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