मालामाल हुआ भारत, सरकार के खजाने में छप्पर फाड़ इजाफा, इतने अरब डालर पहुंच गया विदेशी मुद्रा भंडार, जानें सबकुछ
punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 05:20 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: भारत के लिए एक अच्छी खबर है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार छठे हफ्ते बढ़ता हुआ 11 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में 1.57 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 677.83 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। यह लगातार छठा सप्ताह है जब देश के विदेशी मुद्रा भंडार में वृद्धि दर्ज की गई है जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे पहले 4 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में तो विदेशी मुद्रा भंडार में 10.87 अरब डॉलर की बड़ी उछाल आई थी और यह 676.27 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।
विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में भी हुआ इजाफा
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां जो कुल भंडार का एक बड़ा हिस्सा होती हैं उनमें भी इस दौरान बढ़ोतरी देखने को मिली है। यह 89.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 574.98 अरब डॉलर पर पहुंच गईं। आपको बता दें कि विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखी गई दूसरी मुद्राओं जैसे यूरो पाउंड और येन के मूल्यों में होने वाले बदलाव भी शामिल होते हैं। भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2024 में अपने उच्चतम स्तर पर था जब यह 704.88 अरब डॉलर दर्ज किया गया था।
सोने का भंडार भी चमका
सिर्फ विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां ही नहीं बल्कि देश के सोने के भंडार में भी इस हफ्ते वृद्धि दर्ज की गई है। आरबीआई के अनुसार सोने का भंडार 63.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 79.99 अरब डॉलर हो गया है। हालांकि इस दौरान विशेष आहरण अधिकार यानी एसडीआर में थोड़ी कमी आई है और यह 60 लाख डॉलर घटकर 18.36 अरब डॉलर रह गया है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ के साथ भारत की आरक्षित स्थिति में भी 4.3 करोड़ डॉलर की मामूली वृद्धि हुई है और यह 4.50 अरब डॉलर हो गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण कवच की तरह होता है। यह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और अन्य लेन-देन के भुगतान में मदद करता है साथ ही देश की आर्थिक स्थिरता बनाए रखने और अपनी मुद्रा के मूल्य को संभालने में भी इसकी बड़ी भूमिका होती है। इस भंडार में मुख्य रूप से दूसरे देशों की मुद्राएं बॉन्ड सरकारी प्रतिभूतियां सोना और आईएमएफ में जमा राशि शामिल होती है। लगातार बढ़ रहा विदेशी मुद्रा भंडार भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए निश्चित रूप से एक अच्छा संकेत है।