लालू के राज में ‘डूबता राज्य' बन गया था बिहार: JP नड्डा
punjabkesari.in Saturday, Mar 29, 2025 - 06:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को बिहार में अपने भाषण के दौरान आरोप लगाया कि शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में प्रगति कर रहा बिहार, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद के शासन में "डूबता बिहार" और "जंगल राज" बन गया था।
दिल्ली इकाई के पूर्वांचल मोर्चा द्वारा आयोजित बिहार दिवस कार्यक्रम में नड्डा ने कहा, "नीतीश कुमार के शासन में बिहार ने अंधकार से बाहर निकलकर प्रगति की दिशा में कदम बढ़ाए हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य फिर से प्रगति का गवाह बन रहा है।" उन्होंने बिहार की सराहना करते हुए कहा कि राज्य की एक विशेष आभा और गतिशीलता है, यहां नालंदा और विक्रमशिला जैसे शिक्षा के महान केंद्र स्थित हैं। भा.ज.पा. अध्यक्ष ने बिहार के छात्रों की प्रशंसा करते हुए कहा कि आज भी बड़ी संख्या में बिहार के छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय से जुड़े कॉलेजों में पढ़ते हैं। इसके अलावा, राज्य के कई प्रोफेसर अपनी शैक्षिक क्षमता के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं।
नड्डा ने 1990 के दशक में लालू प्रसाद के शासन का जिक्र करते हुए कहा, "1970 के दशक में बिहार एक प्रगतिशील राज्य था, लेकिन लालू राज में यह ‘डूबता बिहार’ बन गया। उस समय पटना में शाम को बाहर निकलना भी मुश्किल था।" उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को राज्य छोड़ने के लिए मजबूर किया गया और शादियों के लिए गाड़ियां जबरन शोरूम से निकाली जाती थीं। राजद नेता तेजस्वी यादव पर कटाक्ष करते हुए नड्डा ने कहा, "कुछ लोग यह कहते हैं कि बिहार में कोई 'जंगल राज' नहीं था क्योंकि वे उस दौर में पैदा ही नहीं हुए थे।"
नड्डा ने दिल्ली भाजपा और पूर्वांचल मोर्चा के कार्यकर्ताओं की तारीफ की, जिन्होंने पार्टी को उस समय सत्ता में वापस लाने में अहम भूमिका निभाई, जब पार्टी विनाश की ओर बढ़ रही थी। उन्होंने इन कार्यकर्ताओं से बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार में भी भाग लेने का आह्वान किया, जो इस साल के अंत में होने हैं।
JP नड्डा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के शासन में बिहार के विकास की चर्चा करते हुए कहा कि 2005 में बिहार में केवल 384 किलोमीटर ग्रामीण सड़कें थीं, जो अब बढ़कर 1.12 लाख किलोमीटर से अधिक हो गई हैं। उन्होंने बिहार में आईआईटी, एम्स, आईआईएमसी और आईआईएफटी की स्थापना का भी उल्लेख किया और घोषणा की कि पटना मेडिकल कॉलेज एशिया का सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है।