Bharat Taxi App: ओला-उबर की बड़ी टेंशन! 1 जनवरी से आ रहा सरकारी ''भारत टैक्सी'' ऐप, जानिए कैसे बदलेगी आपकी राइड

punjabkesari.in Friday, Dec 19, 2025 - 01:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के बड़े शहरों में जब भी टैक्सी की जरूरत होती है, ज्यादातर लोग ओला या उबर ऐप खोलते हैं। लेकिन इन प्लेटफॉर्म्स पर अक्सर ज्यादा किराया, राइड कैंसिलेशन, ड्राइवर और पैसेंजर के बीच झगड़े और सफाई से जुड़ी शिकायतें सामने आती रहती हैं। इसी बीच अब एक नया टैक्सी ऐप, Bharat Taxi App, चर्चा में है। यह ऐप 1 जनवरी 2026 से पूरे देश में लॉन्च होने वाला है और इसे देश का अपना टैक्सी ऐप कहा जा रहा है। सरकार के सहयोग से तैयार किया गया यह ऐप कोऑपरेटिव मॉडल पर काम करेगा, जिससे ड्राइवर्स और यात्रियों दोनों के हितों का ध्यान रखा जाएगा।

भारत टैक्सी क्या है और ये अलग क्यों है?
भारत टैक्सी को सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड चलाएगी, जिसमें अमूल, इफको और NABARD जैसे बड़े कोऑपरेटिव संस्थानों का समर्थन शामिल है। हालांकि यह पूरी तरह सरकारी ऐप नहीं है, लेकिन भारत सरकार इसकी सबसे बड़ी प्रमोटर है। ओला-उबर के मॉडल के उलट, भारत टैक्सी का फोकस ड्राइवर्स पर है, जहां ड्राइवर्स सिर्फ पार्टनर नहीं बल्कि हिस्सेदार होंगे।


पैसेंजर्स को क्या मिलेगा फायदा?
इस ऐप के जरिए पैसेंजर्स को ट्रांसपेरेंट फेयर स्ट्रक्चर मिलेगा, जिससे सर्ज प्राइसिंग से राहत मिलने की उम्मीद है। ऐप में रियल-टाइम ट्रैकिंग, राइड डिटेल्स शेयर करने की सुविधा और 24x7 कस्टमर सपोर्ट मौजूद होगा। सुरक्षा के लिहाज से इसे दिल्ली पुलिस समेत अन्य एजेंसियों से जोड़ा जाएगा। शुरुआती बीटा वर्जन में एडवांस बुकिंग, एयरपोर्ट ट्रांसफर और आउटस्टेशन ट्रिप की सुविधा उपलब्ध होगी, जबकि फाइनल वर्जन में इंस्टेंट बुकिंग की सुविधा भी आने की उम्मीद है।


ड्राइवर्स के लिए क्यों है गेमचेंजर?
ड्राइवर्स के लिए यह ऐप गेमचेंजर साबित हो सकता है। भारत टैक्सी ड्राइवर्स को उनकी कमाई का लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा देने का वादा करता है, जो मौजूदा प्लेटफॉर्म्स से बेहतर है। इससे उनकी आमदनी स्थिर होगी और कमीशन कटौती का दबाव कम होगा। ड्राइवर्स को सही वेरिफिकेशन, तय नियम और शिकायत निवारण सिस्टम से सुरक्षा भी मिलेगी।


शुरुआती रिस्पॉन्स और चुनौतियां
हालांकि ऐप अभी बीटा स्टेज में है और कुछ तकनीकी चुनौतियां सामने आई हैं, इसके बावजूद सिर्फ दस दिनों में 51,000 से ज्यादा ड्राइवर्स ने एनरोलमेंट कर लिया है, जो इस मॉडल के प्रति उत्साह को दिखाता है। अगर भारत टैक्सी अपने वादों पर खरा उतरा, तो यह राइड-हेलिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव ला सकता है। सस्ती, पारदर्शी और ड्राइवर-फ्रेंडली सेवा के रूप में यह उबर और ओला के लिए सीधी चुनौती साबित हो सकती है। आने वाले समय में भारत टैक्सी भारतीय सड़कों पर कितना असर छोड़ता है, इस पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।


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Content Editor

Mansa Devi

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