RSS सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले का बड़ा बयान- देश में होनी चाहिए जनसंख्या नीति
punjabkesari.in Saturday, Oct 30, 2021 - 05:28 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि देश में जनसंख्या नीति होनी चाहिए, और यह समाज के सभी वर्गों के लिए समान रूप से लागू होनी चाहिए। होसबोले ने यहाँ शनिवार को संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक के अंतिम दिन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए जनसंख्या नीति बननी चाहिए। संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने संघ द्वारा इस विषय पूर्व में पारित प्रस्ताव के आधार को इस बैठक में दोबारा याद दिलाया है।
दीपावली पर पटाखों पर प्रतिबंध से जुड़े एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘पर्यावरण संरक्षण प्रतिदिन का कार्य है, केवल दीपावली पर पटाखों को प्रतिबंधित करने से क्या समस्या का समाधान होगा, इससे समाधान नहीं होने वाला। विश्व के अनेक देशों में पटाखों का उपयोग होता है। इसलिए, किस प्रकार के पटाखों को प्रतिबंधित करना है, इसे देखना होगा। समग्रता से विषय को देखना चाहिए, एकदम से निर्णय नहीं लिया जा सकता। समग्रता से और समय रहते चर्चा होनी चाहिए। इससे मिलने वाले रोजगार के बारे में भी विचार करना होगा।''
होसबोले ने जबरन धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर कहा, ‘‘किसी भी प्रकार से संख्या को बढ़ाना, धोखे से, लालच से मतांतरण करवाना सही नहीं, इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। धर्मांतरण रोकने के कानून का विरोध क्यों होता है, यह सबके सामने है। हिमाचल में कांग्रेस सरकार ने ऐसा कानून पारित किया, अरुणाचल में कांग्रेस सरकार ने अनुभव के आधार पर कानून पारित किया। इसलिए मतांतरण रुकना चाहिए, और जिन लोगों ने मतांतरण कर लिया है उन्हें घोषणा करनी चाहिए, दोनों तरफ लाभ नहीं ले सकते।
सरकार्यवाह ने कहा कि यदि मतांतरण को रोकने के लिए कानून बनता है तो हम स्वागत करेंगे।'' उन्होंने कहा देश स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस निमित्त संघ के स्वयंसेवक समाज व विभिन्न संस्थाओं के साथ मिलकर काम करेंगे, स्वतंत्र रूप से भी आयोजन होंगे। स्वतंत्रता आंदोलन के अज्ञात सेनानियों का जीवन समाज के सामने लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्यकारी मंडल वर्ष में दो बार बैठता है, प्रतिनिधि सभा से पहले और दीपावली और दशहरा के बीच में बैठक होती है। कोरोना के कारण पिछले साल बैठक नहीं हो सकी थी। इससे पहले संघ की कार्यकारिणी बैठक के दूसरे दिन बंगलादेश में हिन्दुओं अल्पसंख्यक समुदाय पर हो रहे साम्प्रदायिक हमलों की निंदा करते हुए इसके खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया गया था।