12वीं पास शख्स बना करोड़पति, इस स्कीम के तहत दिया वारदात को अंजाम
punjabkesari.in Tuesday, Dec 24, 2024 - 03:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क. देश में इन दिनों ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को ठग रहे हैं और भोले-भाले लोग इनके जाल में फंस रहे हैं। पुलिस इन ठगों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है। वहीं जागरूकता बढ़ाने के लिए भी काम कर रही है। इसी कड़ी में राजस्थान के भीलवाड़ा जिले की पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जिसने महज 12वीं तक पढ़ाई की थी लेकिन अपनी ठगी की स्कीम से हजारों लोगों को ठग लिया।
फर्जी वर्क फ्रॉम होम स्कीम से लगाया हजारों लोगों को चूना
भीलवाड़ा जिले की भीमगंज थाना पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है, जो कोविड के बाद डेढ़ साल के अंदर करोड़पति बन गया। उसने लोगों को 750 रुपये कमाने का लुभावना ऑफर दिया और सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर फर्जी वेबसाइट्स का प्रचार किया। इसके बाद उसने लोगों को वर्क फ्रॉम होम के जरिए घर बैठे पैसे कमाने का झांसा दिया। युवक ने दावा किया कि वह 750 रुपये में 1200-1500 रुपए तक कमा सकता है।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी युवक का नाम वाहिद हुसैन है, जो भीलवाड़ा के अनमोल नगर का रहने वाला है। इस ठगी के जरिए उसने हजारों लोगों को फंसाया और उन्हें पैसे जमा करने के लिए उकसाया। पुलिस ने आरोपी के बैंक ट्रांजैक्शन की जांच की, तो एक करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन सामने आया। इसके अलावा आरोपी के पास से 29 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, 9 स्कैनर, 11 चेकबुक और पासबुक, 3 पेन ड्राइव, 1 कार्ड रीडर, 5 सिम कार्ड और कई अन्य दस्तावेज भी बरामद किए गए।
साइबर ठगों पर नकेल कसने के लिए अभियान
इस पूरे मामले में प्रोबेशनर आईपीएस जतिन जैन ने बताया कि एसपी धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में भीलवाड़ा पुलिस ने ऑपरेशन एंटी वायरल के तहत साइबर ठगों पर शिकंजा कसने के लिए अभियान शुरू किया था। इस अभियान के तहत एक टीम का गठन किया गया था, जिसने आरोपी को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बताया कि वाहिद को 2022 में साइबर ठग बंटी बाबा ने ट्रेनिंग दी थी, जिसमें कई अन्य लोग भी शामिल थे। इसके बाद वाहिद ने सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी की गतिविधियों को शुरू किया।
कैसे काम करता था ठग
वाहिद हुसैन ने अपनी स्कीम के जरिए लोगों को फंसाया। वह सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन डालता था, जिसमें वह बताता था कि लोग घर बैठे काम करके महीने में 750 रुपये से लेकर 1500 रुपये तक कमा सकते हैं। इसके बाद वह लोगों से पैसे जमा करवाता था और उन्हें वर्क फ्रॉम होम के नाम पर काम देने का वादा करता था। लेकिन अंततः लोग फर्जी वेबसाइट्स और अकाउंट्स में पैसे गवा बैठते थे।