ममता सरकार का फैसला- सभी स्कूलों में बंगाली भाषा अनिवार्य
punjabkesari.in Thursday, May 18, 2017 - 04:39 PM (IST)
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य के सभी स्कूलों में बंगाली भाषा को अनिवार्य कर दिया है। न सिर्फ सरकारी बल्कि सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों, निजी स्कूलों को भी तीन भाषा की पॉलिसी को मानना होगा। अभी तक अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में बच्चों के पास बंगाली भाषा चुनने और छोडऩे का विकल्प होता था लेकिन नए नियमों के अनुसार सरकार ने ये अनिवार्य कर दिया है कि स्टूडेंट्स को मातृभाषा, क्षेत्रीय भाषा और अंतर्राष्ट्रीय भाषा तीनों भाषाएं सीखना अनिवार्य है।
Bengal respects all languages and languages of all States. Our three language formula shows how we really do...| https://t.co/WsbNrgHGKD
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) May 16, 2017
बंगाल के शिक्षा मंत्री प्रथा चैटर्जी ने आज सभी स्कूलों के लिए इस नियम की घोषणा की। बंगाली भाषा को पहली से 10वीं क्लास तक अनिवार्य किया गया है। इस संबंध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि बंगाल सभी भाषाओं का सम्मान करता है। सभी मातृभाषाओं को एकसामन सम्मान मिलना चाहिए। स्टूडेंट्स कोई भी तीन भाषा चुन सकते हैं लेकिन उनमें से एक बंगाली होनी जरूरी है। बाकी 2 स्टूडेंट्स अपनी इच्छानुसार चुन सकते हैं।अन्य राज्य जैसे आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और महाराष्ट्र पहले से ही अंग्रेजी और हिंदी के बजाए क्षेत्रीय भाषाओं पर ज्यादा जोर देते रहे हैं।