ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब में बैसाखी की धूम, श्रद्धालुओं ने गुरुद्वारा साहिब में नवाया शीश

punjabkesari.in Tuesday, Apr 13, 2021 - 09:40 PM (IST)

आज 13 अप्रैल को खालसा पंथ की स्थापना की गई थी और आज ही के दिन बैसाखी का पावन पर्व मनाया जाता है।  पंचकूला स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब में खालसा पंथ की स्थापना दिवस और बैसाखी के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली। सुबह से ही श्रद्धालु गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंचे ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब का दृश्य देखते ही बनता है था । रात के समय लाइटिंग से पूरा गुरुद्वारा साहिब जगमगा रहा था और गुरुद्वारा को फूलों से सजाया गया ।

ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब के हेड ग्रंथि सरदार जगजीत सिंह ने बताया कि आज ही के दिन 13 अप्रैल 1699 को खालसा पंथ की स्थापना की गई थी और सिखों के दसवें गुरु श्री गोविंद सिंह जी द्वारा पंथ की स्थापना की गई थी,... उन्होंने कहा कि खालसा पंथ की स्थापना इसलिए की गई थी कि किसी भी गरीब मजदूरों पर अत्याचार ना हो और उसकी रक्षा की जाए और पांच प्यारों को अमृत छकाया गया था।

बैसाखी के पावन पर्व पर ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री नाडा साहिब पहुंचे सभी श्रद्धालुओ ने जहा गुरू से सुख शांती की अरदास की वही दिल्ली बॉर्डर पर बैठे किसानों के मामले में जल्द सही फैसले की बात भी कही,.. इस दौरान गुरुद्वारा साहिब में आने वाले लोगों के लिए लंगर कि व्यवस्था भी की गई,.


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News Editor

Dishant Kumar

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