Ayushman Vaya Vandana Card: 70 वर्ष से ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए लगभग 14 लाख कार्ड जारी, निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा का मिलेगा लाभ

punjabkesari.in Saturday, Nov 30, 2024 - 02:15 PM (IST)

नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक अहम कदम उठाते हुए आयुष्मान भारत योजना के तहत "आयुष्मान वय वंदना कार्ड" जारी किए हैं। यह योजना विशेष रूप से 70 वर्ष और उससे ऊपर के वरिष्ठ नागरिकों के लिए शुरू की गई है, ताकि वे अपनी सामाजिक-आर्थिक स्थिति की परवाह किए बिना निःशुल्क उपचार का लाभ उठा सकें। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, प्रतापराव जाधव ने 29 नवंबर, 2024 को लोकसभा में एक लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

आयुष्मान वय वंदना कार्ड योजना का उद्देश्य
यह योजना वरिष्ठ नागरिकों को चिकित्सा देखभाल सेवाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की गई है, ताकि वे गंभीर बीमारियों का इलाज बिना किसी आर्थिक बाधा के करवा सकें। अब तक, 70 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 14 लाख आयुष्मान वय वंदना कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस कार्ड के तहत, वरिष्ठ नागरिकों को 27 चिकित्सा विशेषताओं के तहत 1961 प्रक्रियाओं से संबंधित कैशलेस स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इन सेवाओं में सामान्य चिकित्सा, सामान्य शल्य चिकित्सा, आर्थोपेडिक्स, कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी आदि प्रमुख हैं। इस योजना के अंतर्गत प्रमुख उपचार सेवाओं में हेमोडायलिसिस/पेरिटोनियल डायलिसिस, एक्यूट इस्केमिक स्ट्रोक, एक्सेलेरेटेड हाइपरटेंशन, टोटल हिप रिप्लेसमेंट, टोटल नी रिप्लेसमेंट, पीटीसीए, डायग्नोस्टिक एंजियोग्राम, सिंगल चैंबर परमानेंट पेसमेकर इम्प्लांटेशन, डबल चैंबर परमानेंट पेसमेकर इम्प्लांटेशन जैसी चिकित्सा प्रक्रियाएं शामिल हैं। इन सेवाओं का लाभ पात्र वरिष्ठ नागरिकों को बिना किसी खर्च के मिलेगा। इसके अलावा, राज्य सरकारों को स्थानीय संदर्भ के अनुसार स्वास्थ्य लाभ पैकेज को अनुकूलित करने की सुविधा भी दी गई है।

आयुष्मान भारत योजना में सुधार और विस्तार
आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत यह पहल वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 31 अक्टूबर, 2024 तक कुल 29,870 अस्पतालों को सूचीबद्ध किया जा चुका है, जिसमें से 13,173 निजी अस्पताल शामिल हैं। ये अस्पताल आयुष्मान वय वंदना कार्डधारियों को कैशलेस चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेंगे। इस प्रकार, वृद्ध नागरिकों को अब उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा, जो उनकी जरूरतों के अनुसार अनुकूलित हैं।

टीकाकरण सेवाएं और डिजिटल प्लेटफॉर्म
इसके साथ ही, स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूनिवर्सल टीकाकरण कार्यक्रम (UIP) के तहत टीकाकरण सेवाओं के डिजिटलीकरण के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म 'यू-विन' का भी निर्माण किया है। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और बच्चों (0-16 वर्ष) को समय पर जीवन रक्षक टीकों का प्रशासन सुनिश्चित करना है। टीकाकरण के लिए लगभग 2.9 करोड़ गर्भवती महिलाओं और 2.6 करोड़ बच्चों को लक्ष्य बनाया गया है। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से टीकाकरण प्रक्रिया को पारदर्शी और सुलभ बनाया गया है। यू-विन प्लेटफॉर्म की प्रमुख विशेषताओं में "किसी भी समय पहुँच" और "कहीं भी" टीकाकरण सेवाएं, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य खाता (ABHA) और बाल ABHA का निर्माण, नागरिक मॉड्यूल, स्वचालित एसएमएस अलर्ट, क्यूआर-आधारित ई-टीकाकरण प्रमाणपत्र और ऑफ़लाइन डेटा प्रविष्टि शामिल हैं। 25 नवंबर तक इस प्लेटफॉर्म पर 7.43 करोड़ लाभार्थियों को पंजीकृत किया गया है, और 1.26 करोड़ टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए हैं। इसके अलावा, यू-विन पर अब तक 27.77 करोड़ वैक्सीन खुराक भी दर्ज की जा चुकी हैं। 

राष्ट्रव्यापी रोलआउट और जागरूकता
यू-विन प्लेटफॉर्म का पायलट 35 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 63 जिलों में सफलतापूर्वक चलाया गया था। इसके बाद इसे पूरे देश में लागू किया गया। इसके जरिए नागरिकों को समय पर टीकाकरण सेवाएं मिल रही हैं और फ्रंटलाइन श्रमिकों के बीच भी जागरूकता फैल रही है। आयुष्मान वय वंदना कार्ड योजना वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक स्वागत योग्य पहल साबित होगी, जिससे उन्हें बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं और सुरक्षा मिल सकेगी। इसके अलावा, यू-विन के जरिए टीकाकरण सेवाओं का डिजिटलीकरण एक नई दिशा में सुधार का संकेत देता है, जिससे भारत में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच में सुधार हो सकता है। सरकार की यह पहल वृद्ध नागरिकों और बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को प्राथमिकता देती है, जो समाज के सबसे संवेदनशील वर्गों में शामिल हैं।


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Content Editor

Mahima

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