ऑस्ट्रेलिया ने Border Gavaskar Trophy पर फिर से किया कब्जा, शानदार 3-1 से जीत
punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2025 - 01:00 PM (IST)
नेशनल डेस्क: ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की रोमांचक सीरीज 3-1 से जीतकर एक दशक बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा कर लिया। इस ऐतिहासिक जीत ने सिडनी क्रिकेट ग्राउंड को यादगार बना दिया, जहां आखिरी टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने छह विकेट से जीत दर्ज की। इस जीत ने यह भी सुनिश्चित किया कि ऑस्ट्रेलिया जून में लॉर्ड्स में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खिताब की रक्षा करेगा।
रोमांचक सीरीज में हर पल था दिलचस्प
इस सीरीज का हर दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक नई कहानी लेकर आया। हर सत्र में मुकाबला पल-पल बदलता रहा। जब भारत के तेज गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को परेशान किया, तो ऑस्ट्रेलिया ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी की रणनीतियों से जवाब दिया। इस मैच में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड गुलाबी रंग में रंगा हुआ था, क्योंकि यह ग्लेन मैकग्राथ की कैंसर चैरिटी का हिस्सा था।
बुमराह की कमी और हेड-वेबस्टर की जोड़ी
भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पीठ की चोट के कारण सीरीज के अंत में मैदान पर नहीं उतर सके। उनका स्थान भरना मुश्किल था, लेकिन ट्रैविस हेड और डेब्यू करने वाले ब्यू वेबस्टर ने 58 रनों की नाबाद साझेदारी कर ऑस्ट्रेलिया को 162 रनों का लक्ष्य हासिल करने में मदद की। वेबस्टर ने अपने डेब्यू मैच में विजयी चौका जड़कर शानदार शुरुआत की। हेड ने नाबाद 34 रन बनाए, जबकि वेबस्टर ने नाबाद 39 रन बनाए।
भारत के संघर्षपूर्ण प्रदर्शन के बावजूद
भारत ने इस सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन कुछ चोटों और खराब फॉर्म के कारण अंत में सीरीज अपने नाम नहीं कर सका। कप्तान रोहित शर्मा खराब फॉर्म के कारण पांचवें टेस्ट से बाहर हुए और टीम की तरफ से रविचंद्रन अश्विन ने बीच सीरीज में संन्यास ले लिया। विराट कोहली भी इस सीरीज में अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं थे।
स्कॉट बोलैंड ने दिलाई यादगार जीत
ऑस्ट्रेलिया के 19 वर्षीय तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड को सिडनी टेस्ट का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। उन्होंने मैच में 45 रन देकर 6 विकेट चटकाए, जिसमें भारत के प्रमुख बल्लेबाजों को आउट करना शामिल था। उनका यह प्रदर्शन टीम के लिए निर्णायक साबित हुआ और ऑस्ट्रेलिया को सीरीज में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
सैम कोंस्टास और स्मिथ की शानदार बल्लेबाजी
सिडनी में पदार्पण करने वाले सैम कोंस्टास ने शानदार शॉट्स और बोल्ड बल्लेबाजी से अगले साल की एशेज सीरीज के लिए अपनी जगह पक्की कर ली। दूसरी ओर, स्टीव स्मिथ ने मेलबर्न में 140 रनों की शानदार पारी खेली, जिससे ऑस्ट्रेलिया की 184 रन की जीत सुनिश्चित हुई।
एक ऐतिहासिक सीरीज
यह सीरीज भारत के लिए एक युग के अंत जैसी रही। हालांकि, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पिछले दौरे में जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार उन्होंने 2018-19 के बाद ऑस्ट्रेलिया में जीत की राह नहीं पकड़ी। इस सीरीज में खिलाड़ियों की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों का ही उत्कृष्ट प्रदर्शन देखा गया।