भारतीय युवाओं के लिए वर्क-हॉलिडे वीजा किया शुरू, क्या ऑस्ट्रेलिया को नहीं है बाहरी आबादी बढ़ने का डर?
punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2024 - 12:21 PM (IST)
नेशनल डेस्क: ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार से भारतीय नागरिकों के लिए एक नई वीजा श्रेणी की घोषणा की है, जिसे वर्क-हॉलिडे वीजा या बैकपैकर वीजा कहा जा रहा है। इस नए वीजा प्रोग्राम के तहत हर साल 1000 भारतीय युवा ऑस्ट्रेलिया जाकर छुट्टियां मनाते हुए काम भी कर सकते हैं। यह कदम ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत करने के प्रयास का हिस्सा है।
जानिए इन 4 मुख्य बिंदु से...
- नई वीजा श्रेणी: भारतीय नागरिकों के लिए वर्क-हॉलिडे वीजा की शुरुआत की गई है, जो 18 से 30 साल के पासपोर्ट धारक युवाओं को ऑस्ट्रेलिया में काम करते हुए घूमने का मौका देगा। इस वीजा के तहत हर साल 1000 भारतीय युवाओं को मौका मिलेगा।
- आवेदन प्रक्रिया: इस वीजा के लिए आवेदन करने वाले भारतीय युवाओं को एक लॉटरी सिस्टम के माध्यम से चुना जाएगा। उन्हें कामचलाऊ अंग्रेजी आनी चाहिए, अपनी जीविका का खर्चा खुद उठाने का प्रबंध करना होगा, और उनके पास कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।
- माइग्रेशन अमेंडमेंट इंस्ट्रूमेंट: यह नई वीजा श्रेणी ऑस्ट्रेलिया-इंडिया इकनॉमिक कोऑपरेशन एंड ट्रेड एग्रीमेंट के तहत लागू की गई है, जो 2022 के अंत में लागू हुआ था। इसके तहत, ऑस्ट्रेलियाई एक्सपोर्ट पर 80 फीसदी तक शुल्क खत्म कर दिया गया और दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया है।
- ऑस्ट्रेलिया की वीजा पॉलिसी: जबकि पश्चिमी देश जैसे अमेरिका और अन्य यूरोपीय देश प्रवासियों की बढ़ती संख्या को लेकर चिंतित हैं और अवैध घुसपैठ की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, ऑस्ट्रेलिया ने एक उदार वीजा पॉलिसी अपनाई है। इसके बावजूद, ऑस्ट्रेलिया में भी अवैध प्रवास की समस्या मौजूद है। वर्तमान में वहां लगभग 1 लाख लोग अवैध रूप से रह रहे हैं।
- अवैध प्रवास: ऑस्ट्रेलिया में लगभग 75 लाख प्रवासी रहते हैं, जिनमें से करीब 8 लाख भारतीय हैं। हालांकि, अवैध प्रवास को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने कई उपाय किए हैं, जैसे समुद्री रास्तों पर निगरानी और डिटेंशन सेंटर में अवैध प्रवासियों को हिरासत में लेना।
विशेष वीजा लाभ
- संस्कृतिक और व्यावसायिक अनुभव: भारतीय युवाओं को ऑस्ट्रेलिया में स्थानीय संस्कृति और कामकाजी वातावरण का अनुभव करने का मौका मिलेगा, जिससे वे अंतर्राष्ट्रीय बाजार को समझ सकेंगे और अपनी काउंटर पार्ट्स के साथ नेटवर्किंग कर सकेंगे।
- वर्क-लाइफ बैलेंस: वीजा धारक यात्रा के दौरान अस्थाई रूप से काम करके अपने खर्चे उठा सकेंगे, जिससे उनका अनुभव और भी सहज हो जाएगा।