ब्रह्मपुत्र को लेकर बोला चीन- अरुणाचल और असम में अब नहीं बाढ़ का खतरा

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 06:32 PM (IST)

बीजिंग: ब्रह्मपुत्र का पानी रुकने से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ की आशंका के बीच चीन ने हालात के सामान्य होने का दावा किया है। चीन ने कहा कि भूस्खलन की वजह से तिब्बत में प्रवाह बाधित होने और कृत्रिम झील बन जाने से यारलुंग सांगपो नदी में बनी बाढ़ की स्थिति अब सामान्य हो गई है। उसने यह भी कहा कि वह भारत के साथ बाढ़ के आंकड़े साझा करता रहेगा। 

चीन ने भारत को किया था सूचित
17 अक्टूबर को हुए भूस्खलन के बारे में चीन द्वारा भारत को सूचित किये जाने के बाद अरूणाचल प्रदेश में सियांग नदी के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेज दिया गया। तिब्बत में हुए भू-स्खलन की वजह से यारलुंग सांगपो नदी का प्रवाह बाधित हो गया था और एक कृत्रिम झील बन गई थी। यारलुंग सांगपो नदी को अरूणाचल में प्रवेश के बाद सियांग कहा जाता है और ब्रह्मपुत्र में प्रवेश के बाद इसे ब्रह्मपुत्र के नाम से जाना जाता है।  

भू-स्खलन की स्थिति पर नजर 
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शनिवार को अरूणाचल प्रदेश से लगने वाले जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अचानक बाढ़ आने की आशंका को देखते हुए ‘‘सतर्क रहें’’ और बड़ी आपदा की रोकथाम के लिये सभी संभावित कदम उठाएं। चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनङ्क्षयग ने बताया कि 20 अक्टूबर तक नदी का वह खंड जो झील बन गया था वह सामान्य स्थिति में वापस आ गया है। हम भू-स्खलन की स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं और मौजूदा माध्यमों के जरिये भारतीय पक्ष से करीबी संपर्क और संचार बनाए हुए हैं।

भारत के साथ आंकड़े साझा करेगी चीन 
चुनङ्क्षयग ने कहा कि चीन के जल विभाग ने भू-स्खलन के तत्काल बाद भारत को स्थिति से अवगत कराया और आपातकालीन तंत्र के जरिये सूचनाओं का आदान-प्रदान शुरू किया। उन्होंने कहा कि हमने 22 अक्टूबर तक भारत के साथ पानी संबंधी सूचनाएं सात बार साझा की जबकि 110 आंकड़े भी साझा किये गए। हमने कृत्रिम झील के प्रवाह के बारे में भी भारतीय पक्ष को जानकारी दी। 


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vasudha

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