‘मन की बात’ में बोले PM - गुजरात हिंसा ने देश को बेचैन कर दिया!

punjabkesari.in Sunday, Aug 30, 2015 - 01:10 PM (IST)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस्लाम को दुनिया के समक्ष सही रूप में पेश करने की जरूरत पर बल देते हुए आज कहा कि सूफी परंपरा में प्रेम और उदारता जिस तरह से पिरोई गई है उससे पूरी मानव जाति को लाभ होगा और सभी को इस परंपरा को समझना चाहिए। प्रधानमंत्री ने रेडियो पर प्रसारित कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि सूफी परंपरा में प्रेम और भाईचारे का संदेश कूट कूटकर भरा हुआ है और दुनिया में शांति के लिए इस पंरपरा मेें निहित संदेश को इस्लाम ही नहीं सभी धर्म के लोगों को समझना चाहिए। 

सूफी परंपरा को समझना चाहिए
उन्होंने कहा कि इस परंपरा में निहित संदेश का लाभ इस्लाम को भी मिलेगा। मोदी ने कहा ‘शायद दुनिया को इस्लाम के सही स्वरुप को सही रूप में पहुंचाना सबसे अधिक आवश्यक हो गया है। मुझे विश्वास है कि सूफी परंपरा जो प्रेम से जुड़ा हुआ है, उदारता से जुड़ा हुआ है, वे इस संदेश को दूर-दूर तक पहुंचाएंगे, जिससे मानव-जाति को लाभ होगा, इस्लाम का भी लाभ होगा और मैं औरों को भी कहता हूं कि हम किसी भी संप्रदाय को क्यों न मानते हों, लेकिन, सूफी परंपरा को समझना चाहिए।’  

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले दिनों उन्हें सूफी परंपरा के विद्वानों से मिलने का अवसर मिला और उनकी बातों और तजुर्बे से उन्हें अत्यंत शांति का अनुभव हुआ। मोदी का कहना था कि सूफी परंपरा के इन लोगों की बातें संगीत की तरह खनक रही थीं। उन्होंने कहा ‘उनके शब्दों का चयन, उनका बातचीत का तरीका, यानि सूफी परंपरा में जो उदारता है, जो सौम्यता है, जिसमें एक संगीत का लय है, उन सबकी अनुभूति इन विद्वानों के बीच में मुझे हुई। मुझे बहुत अच्छा लगा।’  

बोधगया जाना एक आनंद का पल 
मोदी ने कहा कि इसी तरह का एक अवसर उन्हें आने वाले दिनों में मिलने वाला है। विश्व के कई देशों के बौद्ध विद्वान बोधगया में आने वाले हैं और वहां वे मानवजाति से जुड़े वैश्विक विषयों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा ‘मुझे भी उसमें शामिल होने का निमंत्रण मिला है, और मेरे लिए खुशी की बात है कि उन लोगों ने मुझे बोधगया आने का निमंत्रण दिया है। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरु बोधगया गए थे। मुझे विश्व भर के इन विद्वानों के साथ, बोधगया जाने का अवसर मिलने वाला है, मेरे लिए एक बहुत ही आनंद का पल है।’

गुजरात में शांति बहाली के लिए जताया आभार
प्रधानमंत्री ने गुजरात में शांति बहाली में योगदान देने के लिए राज्य के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए आज कहा कि कंधे से कंधा मिलाकर चलने से ही विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। पीएम ने कहा कि गुजरात में हिंसा की घटनाओं ने सारे देश को बेचैन कर दिया था। देशवासियों की यह बेचैनी स्वाभाविक है क्योंकि गांधी और सरदार की भूमि पर कुछ भी हो जाए तो देश को सबसे पहले सदमा और पीड़ा पहुंचती है। गुजरात के प्रबुद्ध, सभी मेरे नागरिक भाइयों और बहनों ने परिस्थिति को संभाल लिया। स्थिति को बिगडऩे से रोकने में सक्रिय भूमिका निभाई और फिर एक बार शांति के मार्ग पर गुजरात चल पड़ा। 


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