पाकिस्तानी आतंकवादी कसाब को मौत की सजा सुनाने वाले न्यायाधीश कल होंगे रिटायर
punjabkesari.in Thursday, Aug 20, 2015 - 07:38 PM (IST)

मुंबई: 26-11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के दोषी पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल कसाब को मौत की सजा सुनाने वाले बंबई उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति एम एल टहिलयानी कल 28 सालों की विशिष्ट न्यायिक सेवा के बाद सेवानिृवत होने वाले हैं।
न्यायमूर्ति टहलियानी 24 अगस्त को महाराष्ट्र के लोकायुक्त के तौर पर अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगे। बंबई उच्च न्यायालय में एडवोकेट्स असोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया से संबद्ध वकीलों ने न्यायमूर्ति टहलियानी के सम्मान में आज शानदार विदाई समारोह आयोजित किया।
मुंबई में सत्र न्यायाधीश के तौर पर न्यायमूर्ति टहलियानी ने जानेमाने संगीतकार गुलशन कुमार हत्याकांड, ट्रेड यूनियन नेता और सांसद दत्ता सामंत हत्याकांड और 26-11 के मुंबई आतंकवादी हमले सहित कई सनसनीखेज मामलों का ट्रायल संचालित किया था। कसाब को 26.11 मामले में दोषी पाए जाने पर न्यायमूर्ति टहलियानी ने ही उसे मौत की सजा सुनाई थी ।
न्यायमूर्ति टहलियानी ने 1987 में बांद्रा अदालत में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के तौर अपने करियर की शुरूआत की थी। उन्हें 1997 में मुंबई सत्र अदालत में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। साल 2000 में उन्हें मुंबई की दीवानी एवं सत्र अदालत में प्रधान न्यायाधीश के तौर पर तरक्की दी गई। उन्होंने बंबई उच्च न्यायालय में रजिस्ट्रार (निरीक्षण) के तौर पर भी अपनी सेवाएं दी।
साल 2009 में उन्हें 26-11 मामले का ट्रायल संचालित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। सीबीआई के कई मुकदमों की सुनवाई के लिए भी उन्हें विशेष न्यायाधीश के तौर पर तैनात किया गया था। कसाब की मौत की सजा की पुष्टि करने के अपने फैसले में उच्चतम न्यायालय ने न्यायमूर्ति टहलियानी की तारीफ भी की थी। साल 2010 में न्यायमूर्ति टहलियानी को बंबई उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के तौर पर तरक्की दी गई।