एक फोन कॉल और पेपर पहुंच जाता था छात्रों के पास

punjabkesari.in Tuesday, May 05, 2015 - 02:50 AM (IST)

रोहतक(देवेन्द्र दांगी): आई.जी.पी. श्रीकांत जाधव की टीम के हत्थे चढ़े ऑल इंडिया प्री मैडीकल टैस्ट (ए.आई.पी.एम.टी.) का पेपर लीक करने वाले गिरोह का सरगना रूप कुमार दांगी है जिसके जलवे सिर्फ हरियाणा ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार एवं राजस्थान तक में है। यह शख्स इतना शातिर ढंग से अपना काम करता है कि राइड हैंड से क्या होता है उसका पता लैफ्ट हैंड को भी नहीं होने देता। इसके कामकाज करने के खास अंदाज का खुलासा इसी बात से हो जाता है कि अपने गिरोह के सदस्यों से भी यह सिर्फ मोबाइल फोन या फिर सोशल नैटवर्किंग के जरिये ही कम्युनिकेशन रखता है। सूत्र बताते हैं कि अभी तक की जांच में यह बात भी सामने आई है कि गिरोह के सदस्यों तक से मिलने-जुलने में अधिक विश्वास न रखने वाला रूप कुमार दांगी पिछले साल कुरुक्षेत्र में भी ऐसे ही एक पेपर लीक कांड में पकड़ा गया था।

मुकद्दमा दर्ज होने पर उसे जेल भी जाना पड़ा मगर जमानत हासिल कर सलाखों से बाहर निकलते ही उसने फिर से अपने जलवे दिखा डाले। पेपर लीक कर आंसर की उपलब्ध करवाने के लिए उसे कुछ ऐसे लोगों का नैटवर्क खड़ा करना था जिनको बिना मेहनत के पैसा कमाने की ललक हो और जो लोग इस ललक के लिए कुछ भी कर गुजरने की हिम्मत रखते हों। मनी ट्रांसफर एवं शेयर ट्रेडिंग के धंधे में लॉस उठा चुके गांव गद्दी खेड़ी वासी राजेश पुत्र उमेद सिंह का एक शख्स की बदौलत रूप कुमार से संपर्क हुआ। राजेश चूंकि डबल एम.ए. / बी.एड. था और मनी ट्रांसफर एवं शेयर ट्रेडिंग का अनुभव भी उसके पास था और उसको पैसे की भूख भी थी तो रूप कुमार ने उसे अपने साथ आंसर की के गोरखधंधे में शामिल कर लिया। रूप कुमार से निमका ग्रेटर नोएडा के रहने वाले रवि से भी ऐसे ही संपर्क हुआ।

रवि पी.जी.आई.एम.एस. में 2007 से एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई कर रहा सीनियर स्टूडैंट कहलाता है मगर दिमाग पढ़ाई की बजाय दूसरी चीजों में अधिक लगाता है। यमुनानगर से 2010 से पहले डैंटीस्ट का कोर्स पूरा करने वाले गांव गुढान वासी भूपेंद्र पुत्र सतपाल तथा उसका साथी संजीत पुत्र रामकिशन वासी बसन्त विहार रोहतक भी रूप कुमार के चैनल में इसी तर्ज पर फिट हुए। भूपेंद्र का एक डैंटल क्लीनिक भी है।

यूं पकड़ में आया आंसर की गिरोह
यह गिरोह यूं तो कानून से बचने के लिए हर हथकंडे से वाकिफ था मगर आई.जी. श्रीकांत जाधव की सुपरविजन में गठित टीम के आगे इस गिरोह की एक न चल पाई। एक टिप को श्रीकान्त जाधव ने अपने सॉॢसज से डिवैल्प किया और स्पैशल टीम गठित की गई। इस टीम में सी.आई.ए. टू के इंस्पैक्टर विजय दहिया, स्पैशल टास्क फोर्स के पी.एस.आई. राकेश कुमार के अलावा साइबर एक्सपर्ट्स की टीम के तेजतर्रार कर्मचारी भी शामिल किए। श्रीकान्त जाधव ने पानीपत एस.पी. के अलावा रोहतक एस.पी. शशांक आनन्द को खासतौर से इस गिरोह को बेनकाब करने संबंधी टिप्स भी दी जिन पर काम करते हुए उपरोक्त पुलिस अधिकारियों ने इस गिरोह के 4 सदस्यों को बिल्कुल सधी हुई प्लाङ्क्षनग के तहत काबू कर लिया।  

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