धरती बचाने को साइकिल से 9 देशों की यात्रा

punjabkesari.in Monday, May 04, 2015 - 10:37 AM (IST)

नई दिल्लीः धरती को बचाने के लिए यूपी के हीरालाल यादव साइकिल से भारत समेत सिंगापुर, मलेशिया, थाईलैंड, लाओस, वियतनाम, म्यांमार और बांग्लादेश की यात्रा पर निकलेंगे। अपनी साइकिल को उन्होंने ''पृथ्वी बचाओ अभियान'' नाम दिया है।
 
गोरखपुर जिले के सिधारी गांव के रहने वाले 58 वर्षीय हीरालाल आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण वर्ष 1981 में मुंबई चले गए और तब से परिवार सहित वहीं रह रहे हैं. हीरालाल इससे पहले साइकिल यात्रा के जरिए वह पूरे देश में ''संवेदना जागृति अभियान'' चला चुके हैं। अपनी यात्रा के दौरान वह लोगों को भाईचारा बनाए रखने, बेटियों को बचाने, नशे से दूर रहने और शहीदों का सम्मान करने जैसे संदेश देते हैं।
 
संवेदना जागृति अभियान के तहत भारत के विभिन्न राज्यों के अलावा दुनिया के कई देशों में अब तक एक लाख किलोमीटर से अधिक साइकिल यात्रा कर चुके हीरालाल यादव ने अपनी यात्रा के अनुभव और उद्देश्य साझा किए।
 
पूर्व राष्ट्रपति कलाम कर चुके हैं सम्मानित 
हीरालाल ने पहली बार वर्ष 1997 में साइकिल यात्रा कर संवेदना जागृति अभियान शुरू किया था। इसके तहत वह ''नशा मुक्त भारत'' का संदेश लिख पोस्टरों को साइकिल पर चिपकाकर देश के विभिन्न राज्यों की यात्रा पर निकल पड़े। अब तक वह 14 साइकिल यात्राएं पूरी कर चुके हैं। जम्मू से वह पांच फरवरी को कन्याकुमारी के लिए निकले, इन दिनों वह अपने प्रदेश से गुजर रहे हैं। यह उनकी पंद्रहवीं यात्रा है।
 
हीरालाल के हैरतअंगेज कारनामे के लिए 29 जुलाई 2013 को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने उन्हें सम्मानित किया था। मुंबई की साउथ इंडियन एजुकेशन सोसाइटी की ओर से आयोजित एक समारोह में हीरालाल को एक लाख रुपए की आर्थिक मदद भी की गई थी। योगगुरु बाबा रामदेव समेत देश की तमाम हस्तियां भी हीरालाल के प्रयास की तारीफ कर चुकी हैं।
 
बकौल हीरालाल, फिल्मी दुनिया के कई निर्देशकों ने उनसे फिल्मों में भी काम करने का न्योता दिया, लेकिन उन्होंने उसे बड़ी सहजता से अस्वीकार कर दिया। हीरालाल वर्ष 1991 में किडनी की बीमारी से ग्रसित हो गए थे, फिर भी उनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई। उन्होंने कहा कि यदि इंसान में इच्छा शक्ति हो तो उसे उसके मिशन से कोई डिगा नहीं सकता।

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