अस्पताल में उपचार के बाद बोली पीड़िता, जिसे अपनी पत्नी प्यारी है, वह यहां न लाएं

punjabkesari.in Monday, Apr 27, 2015 - 01:46 AM (IST)

छतीसगढ़. क्षेत्र में लगातार बढ़ रही घटनाओं के बाद सरकारी महकमा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। दुर्ग के पाटन ब्लॉक में हुई नसबंदी के बाद एक महिला को इंफेक्शन हो गया है। आंखों से बहते आंसू खुद इस महिला के दर्द की इम्तिहां को बयां कर रहे हैं। पाटन ब्लॉक के सावनी की रहने वाली इस महिला का नाम नीलिमा तिवारी है। नीलिमा ने पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 4 अप्रैल को नसबंदी का ऑपरेशन कराया था। उस दिन वहां आठ अन्य महिलाओं का ऑरेशन किया गया था।
 
नसबंदी के बाद नीलिमा के जख्म तो सूखे नहीं बल्कि उनमें इंफेक्शन और हो गया और 13 अप्रैल को उन्हें दुर्ग के जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां लगभग 15 दिन होने के बाद भी उन्हें कोई आराम नहीं मिला। जबकि इस दौरान उनका 1 बार और ऑपरेशन किया गया। नसबंदी में बरती गई लापरवाही के चलते नीलिमा की हालत दिन-ब-दिन खराब होती गई। नीलिमा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जिसे भी अपनी पत्नी की जान प्यारी है वह सरकारी अस्पताल में नसबंदी न कराए।  सीएमएचओ ने इस संबंध में कहा है कि पीड़ित परिवार को अस्पताल के पेइंग वार्ड में निशुल्क भर्ती करके उनके इलाज में जो भी दवाइयां लगेंगी उन्हें मुफ्त प्रदान करने का आश्?वासन दिया है। 

 


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