‘बजट से उम्मीदों पर फिरा पानी’

punjabkesari.in Sunday, Mar 01, 2015 - 07:52 AM (IST)

जींद (का.प्र.): वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को संसद में  मोदी सरकार का जो पहला बजट पेश किया उससे सरकारी कर्मचारियों से लेकर आम आदमी की बजट से लगी तमाम उम्मीदों पर पानी फिर गया है। जेटली के इस बजट से कोई भी वर्ग खुश नहीं है। लोगों को उम्मीद थी कि वित्तमंत्री आयकर सहित अन्य मसलों पर आम जनता को राहत प्रदान करने का काम करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। हालांकि बजट में कुछ सामान जरूर सस्ते किए गए लेकिन दूसरी तरफ ऐसी चीजें महंगी कर दी गईं जिससे आम जनता ज्यादा प्रयोग करती है। इन चीजों के दाम बढऩे से आम जनता प्रभावित होगी। इसी प्रकार से सर्विस टैक्स बढ़ाकर लोगों की जेब काटने का काम किया गया है। आज पेश किए गए वित्तमंत्री के बजट को लेकर लोगों में मिली जुली प्रतिक्रिया है। खास कर व्यापारी वर्ग की उम्मीदें पर वित्तमंत्री खरे नहीं उतर सके हैं।
 
जरूरत का सामान किया महंगा : लक्ष्मी
गृहिणी लक्ष्मी बूरा ने कहा कि सरकार ने जरूरत के सामान कपड़े व कॉस्मैटिक का सामान महंगा कर दिया है। यह आम जनता की जरूरत होते हैं लेकिन यह महंगा होने से आम आदमी पर बोझ बढ़ जाएगा। महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निर्भया फंड में अतिरिक्त 1000 करोड़ रुपए देने की घोषणा की गई, जोकि बढिय़ा है। सरकार को महंगाई कम करने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
 
व्यापार को नहीं मिलेगा बढ़ावा : जिंदल
व्यापारमंडल के जिला प्रधान ताराचंद जिंदल के अनुसार जेटली के इस बजट से मालभाड़ा बढेगा। टैलीफोन महंगे होंगे। हर चीज की महंगाई बढ़ाने का काम यह बजट करेगा। वित्तमंत्री से उम्मीद तो यह थी कि वह ऐसा बजट देंगे जो महंगाई पर नकेल लगा व्यापार और विकास को बढ़ावा दे मगर उन्होंने ऐसा बजट दिया है जो हर वर्ग पर महंगाई की मार डालेगा।
 
विकास और गरीब विरोधी बजट : भनवाला
राजकीय पैंशनर्स कर्मचारी अधिकारी एसोसिएशन के जिला प्रधान किताब सिंह भनवाला ने कहा कि इस बजट से विकास को बढ़ावा मिलने की बजाय धक्का लगेगा। पढ़ाई और दवाई को महंगा करने से गरीब और आम आदमी की कमर ही टूट जाएगी। सेना और अर्धसैनिक बलों में कार्यरत ब्रिगेडियर और समकक्ष अधिकारियों पर आयकर 10 प्रतिशत से ज्यादा नहीं लगना चाहिए। 
 
बजट में कुछ खास नहीं : कर्मचारी वर्ग
आम बजट को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने कहा कि बजट में कर्मचारियों के लिए कुछ भी नहीं है। म्यूचुअल फंड में निवेश पर छूट के लिए कम से कम 3 साल का निवेश करना होगा। पहले एक साल तक के निवेश पर ही यह छूट मिल जाती थी। वित्तमंत्री ने मध्यम वर्ग की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। इस बजट में आयकर छूट में कोई बदलाव नहीं किया। व्यक्तिगत आयकर में प्रति वर्ष 2.5 लाख रुपए तक छूट जारी रहेगा। वहीं एक करोड़ से ज्यादा की आय वालों को 2 फीसदी सरचार्ज देना होगा। सरकारी कर्मचारियों राजकरण विक्रम राजबीर महताब आदि ने कहा कि यह आजाद भारत का सबसे बड़ा कर्मचारी विरोधी बजट है। कर्मचारियों को पूरी उम्मीद थी कि आयकर की सीमा कम से कम 3 लाख तो जरूर होगी मगर वित्तमंत्री ने ऐसा नहीं कर कर्मचारियों को भारी निराश किया है।
 
बोगस बजट से डूबेगी भाजपा की नाव : हरिकिशन
हरिकिशन ने कहा कि इस बजट से समाज के किसी भी वर्ग को कोई राहत नहीं मिलेगी। यह बजट भाजपा की नाव को डुबोने का काम जरूर करेगा। आम आदमी को बजट से जो उम्मीद थी उन पर जेटली ने पानी फेर दिया है। दरअसल जेटली जनता के आदमी ही नहीं हैं। वह तो राज्यसभा में हैं। पंजाब की जनता ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हराकर सही काम किया था।
 
इस बजट से मिली केवल महंगाई : रजनी
कामकाजी महिला रजनी के अनुसार इस बजट से केवल महंगाई मिलेगी। इस बजट से हर चीज महंगी होगी। भाजपा बात तो महंगाई कम करने की बात करती थी मगर उसने काम महंगाई को बढ़ाने का किया है।
 
बजट से केवल महंगाई बढ़ेगी : डा.पुष्पा
जींद के धनवंतरि पंचकर्म केंद्र की डा.पुष्पा जागलान के अनुसार जो बजट वित्तमंत्री ने पेश किया है उसमें सर्विस टैक्स बढ़ाने से केवल महंगाई बढ़ेगी। यह बजट विकास को गति देने वाला तो नहीं कहा जा सकता। वित्त मंत्री आमजन की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरे नहीं कर सके हैं।
 
बजट में कुछ राहत नहीं : रामफल
दुकानदार रामफल ने कहा कि सरकार ने सॢवस टैक्स को बढ़ा दिया है। इसका प्रभाव वस्तुओं के मूल्य पर पड़ेगा और उनकी कीमतें बढ़ेंगी। इसी तरह से सर्विस टैक्स में भी वृद्धि नहीं की गई। बजट में ऐसा कुछ भी नहीं दिखाई दे रहा जिससे आमजन कुछ राहत मिले। रोजमर्रा की चीजों को महंगा कर आम आदमी पर महंगाई का बोझ डालने का काम किया गया है। 
 
घर खरीदना नहीं रहा आसान : विश्वजीत  
दुकानदार विश्वजीत के अनुसार अब घर खरीदना आसान नहीं रहा है और इसे महंगा कर दिया गया है। फोन बिल, वाई-फाई को महंगा कर दिया है, जोकि अब आम जनता की दैनिक जरूरतें बन गई है। इसके अलावा पार्लर, कम्प्यूटर, लैपटॉप, शादी से जुड़ी सेवाएं आदि ऐसी चीजें हैं जो आम जनता ज्यादा प्रयोग करती है, इसे ही सरकार ने महंगा करने का काम किया है। यह बजट जनता विरोधी बजट लगता है।
 
युवाओं के लिए बजट में कुछ नहीं : पिंकी
निडानी गांव की युवती पिंकी ने कहा कि इस बजट से नौकरियों का पिटारा खुलने की उम्मीद थी मगर बजट से ऐसा कोई संकेत देने में वित्तमंत्री नाकाम साबित हुए हैं। युवाओं के लिए बजट पूरी तरह निराश करने वाला है।

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