PM मोदी बोले, मेरी आलोचना के लिए बस यही मिला था?

punjabkesari.in Friday, Feb 27, 2015 - 03:55 PM (IST)

नई दिल्ली: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई बहस के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने देश की समस्याओं को अपने अभिभाषण में दिशा, गति दी है। सदन में बहुत अच्छी चर्चा हुई, सांसदों के सुझाव सकारात्मक रहे है। योजनाओं के नाम बदलने की भी बात कही गई, योजना का नाम बदलना मुद्दा नहीं है। मुद्दा है कि यह समस्या पुरानी है, ऐसे विषयों पर गर्व नहीं, आलोचना करनी चाहिए। 

मोदी ने भूमि अधिग्रहण बिल पर कांग्रेस को नकारते हुए कहा कि मेरे में राजनीतिक सूझबूझ तो है। आप इसे नकार नहीं सकते। मनरेगा बंद करने की मैं कभी गलती नहीं करूंगा। मनरेगा यूपीए का विफलताओं का स्मारक है। मैं इसे कभी बंद नहीं करूंगा ये गाजे बाजे के साथ जीता रहेगा। मैं देश हित के लिए जीता हूं।

मोदी ने कहा कि स्वच्छता अभियान हम सब की जिम्मेदारी है। यह अभियान कोई उद्घाटन समारोह नहीं है। गंदगी हम में से किसी को भी पसंद नहीं है। स्वच्छता का संबंध नारी के सम्मान से भी है। स्वच्छता अभियान निरंतर जारी रखने वाला कार्यक्रम है। ये काम कोई तुरंत नहीं हो सकता है। अटलजी ने 1999 में ही सैनिटेशन कार्यक्रम चलाए थे। मोदी ने कहा कि शौचालय न होने से लड़कियां स्कूल छोड़ देती हैं। स्वच्छता अभियान के लिए चार सौ करोड़ मिले हैं।

वहीं सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि लोहिया जी स्वच्छता का आंदोलन चलाते थे। महात्मा गांधी के बाद पूरी ताकत से लोहिया ने आवाज उठाई। और अगर मोदी ने लोहिया के प्रोग्राम को आगे बढ़ाया तो इसके लिए हमारा सबको सम्मान करना चाहिए। सफाई राज्य सरकारों की भी जिम्मेदारी है। अकेले यह केंद्र की जिम्मेदारी नहीं है।

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि पिछले सत्र में हमारा बहुत मजाक उड़ाया गया। अमेरिकी वीजा मामले में मोदी बोले कि काम की वजह से विदेश जाना पड़ता है। वीजा देने का विपक्ष ने मजाक उड़ाया। क्या उनके पास और कुछ नहीं बचा था।

 

 


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