मोदी सरकार के बाद धर्मनिरपेक्षता की इमेज बुरी तरह से प्रभावित हुई: मायावती

punjabkesari.in Wednesday, Jan 28, 2015 - 05:04 PM (IST)

लखनऊ(नासिर): भारत के 66वें गणतंत्र दिवस पर दिनांक 26 जनवरी 2015 को मुख्य अतिथि के रूप में भारत के तीन दिन के दौरे पर आए अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा बड़े धूमधाम के बाद कल शाम वापस चले गये, परन्तु जाते-जाते भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भारत की सफलता की कुंजी व शासन के मूल मंत्र के सम्बन्ध में काफी चुभने वाला यह अगाह भी करते गये कि भारतीय संविधान की रक्षा करते हुये भारत को धार्मिक आधार पर नहीं बंटने देना चाहिए व धार्मिक कट्टरवाद से भारत को बचाना चाहिए। 

नरेन्द्र मोदी सरकार को काफी परेशान करने वाली यह ख़बर आज देश भर के सभी अख़बारों की प्रमुख सुखिऱ्यां हैं और जिससे लोगों में 
काफी हलचल है। इस अवसर पर बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि विश्व के एक मात्र सुपरपावर देश अमरीका का यह भारत के आन्तरिक मामलों में दख़लअंदाज़ी है या नहीं या है तो यह कितना सहनीय है, यह तो चर्चा का विषय है और जिसपर चर्चा भी शुरू हो गई है। 
 
साथ ही यह कहना फिलहाल मुश्किल है कि मोदी की सरकार व उनकी पार्टी भाजपा एवं उनके पैतृक संगठन राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ आदि संगठनों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा। या कोई ख़ास प्रभाव पड़ेगा भी की नहीं, परन्तु यह ज़रूर है कि भारत में मोदी की एन.डी.ए. सरकार बनने के बाद केवल 8 महीनों में अनेकों घटनाक्रमों से भारत की धार्मिक स्वतंत्रता व धर्मनिरपेक्षता की इमेज बुरी तरह से प्रभावित हुई है। 
 
और न जाने कैसे और कब भाजपा व उसकी सरकार देश व दुनिया को यह भरोसा दिला पाएगी कि मोदी की भारत सरकार भारत के मानवतावादी संविधान को उसकी सही मंशा के हिसाब से अनुपालन करके जीवन के हर क्षेत्र में सर्वसमाज को साथ लेकर आगे बढऩे व भारत को सफल बनाने का प्रयास कर रही है।

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