मन की बात में बोले ओबामा, ''राष्ट्रपति रहूं या न रहूं आऊंगा भारत''

punjabkesari.in Wednesday, Jan 28, 2015 - 08:27 AM (IST)

नई दिल्ली: आकाशवाणी के जरिये देशवासियों से रेडियो के जरिये ..मन की बात.. कहने का कार्यक्रम शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा को शामिल कर इसे एक नया और अनोखा रूप दे दिया। ओबामा ने इस कार्यक्रम में शामिल होने को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व बताया।

कार्यक्रम की शुरुआत में उन्होंने कहा कि भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में हिस्सा लेने वाले अमेरिका के पहले राष्ट्रपति होने के साथ ही वह इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति भी बन गए हैं। ओबामा ने कहा कि भारत में हुए स्वागत से खुश हूं। भारत और अमेरिका दोनों महान लोकतंत्र हैं।

अमेरिका में लोग भारत में मोदी के गरीबी हटाने के कार्यक्रम से प्रभावित हैं। महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे मुद्दों पर भारत का काम सराहनीय है। भारत अमेरिका का स्वाभाविक दोस्त है। सीमाओं में अंतर के बावजूद हम सब एक हैं। ओबामा ने कहा कि हम दोनों एक जैसे ही जीवन से ऊपर की तरफ उठे।

कार्यक्रम में मोदी ने खुद को किस अमेरिकी राष्ट्रपति से प्रभावित होने के सवाल पर कहा कि मैंने स्कूल के दिनों में जॉन कैनेडी का नाम काफी सुना था लेकिन बाद में मैंने बेंजामिन फ्रैंकलिन की बायोग्राफी पढ़ी जिसमें मैंने छोटी-छोटी बातों से जीवन को बेहतर तरीके से सोचना सीखा, मैं उनके जीवन से प्रभावित हुआ। अगर आपको अपने जीवन को ट्रांसफॉर्म करना है तो उससे प्रेरणा मिल सकती है। मेरी सलाह है कि सभी लोगों को उनकी जीवनी पढ़नी चाहिए।

ओबामा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मेरी बेटियां भारत आना चाहती थीं लेकिन परीक्षाओं की वजह से मेरी बेटियां भारत नहीं आ पाईं। मैं जब अगली बार भारत आऊंगा तो उन्हें लेकर आऊंगा। मैं चाहे राष्ट्रपति रहूं या न रहूं मैं भारत जरूर आऊंगा। मोदी ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि आप जब भी भारत आएं, भारत आपके स्वागत के लिए तैयार है।


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