प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिले आर्मी चीफ, PM आवास पर हुई मुलाकात
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 07:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारतीय सेना के प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात की। यह मुलाकात बेहद महत्वपूर्ण समय पर हुई है जब 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सीमा पर हालात और अधिक गंभीर हो गए हैं। यह बैठक कई अहम मुद्दों पर केंद्रित थी, जिसमें राष्ट्रीय सुरक्षा, सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना की तैनाती और सेना की रणनीतिक तैयारियों पर गहरी चर्चा हुई।
मुलाकात का उद्देश्य
जानकारों का कहना है कि यह मुलाकात केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी। यह एक उच्चस्तरीय बैठक थी जिसमें मौजूदा सुरक्षा स्थिति पर गंभीर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने सेना प्रमुख से पूरी जानकारी ली और भविष्य के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। प्रधानमंत्री ने सेना की तैयारियों और सुरक्षा से जुड़े मामलों को लेकर आंतरिक रणनीतियों पर चर्चा की और भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों को लेकर सहमति व्यक्त की।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद की स्थिति
"ऑपरेशन सिंदूर" भारतीय सेना की एक महत्वपूर्ण कार्रवाई मानी जा रही है, जो पाकिस्तान की सीमा पर हुई थी। इस ऑपरेशन के बाद पाकिस्तान की ओर से आक्रामक बयानों और गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है। इसके परिणामस्वरूप दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य तनाव में वृद्धि हो गई है। इस तनावपूर्ण माहौल में यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव और कूटनीतिक संघर्ष की स्थिति बनी हुई है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के मसले पर चर्चा
सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। भारत की सीमाओं पर सुरक्षा की स्थिति, पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद, और सेना की तैनाती जैसे मुद्दों पर व्यापक विमर्श हुआ। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान से आने वाले संभावित खतरे के मद्देनजर सैन्य रणनीतियों पर भी विचार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सेना प्रमुख से कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की हर चुनौती का सामना करने के लिए भारत पूरी तरह तैयार है और कोई भी खतरा भारत की सुरक्षा को कमजोर नहीं कर सकता।
सैन्य तैयारी और सीमा सुरक्षा
इस मुलाकात के दौरान, सेना की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। भारतीय सेना की सुसंगत रणनीतियों पर बात की गई, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सेना हमेशा तैयार रहे। सीमा पर तैनात सैनिकों की स्थिति की भी समीक्षा की गई और उनकी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजामों पर जोर दिया गया।
आगे की रणनीति पर विचार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना प्रमुख से भविष्य की रणनीतियों के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना को न केवल पाकिस्तान के आक्रामक कदमों का जवाब देने के लिए तैयार रहना होगा, बल्कि सभी सीमाओं पर मजबूत और प्रभावी रणनीतियां बनानी होंगी। साथ ही, कूटनीतिक दृष्टिकोण से भी भारत को अपनी स्थिति मजबूत करनी होगी।
भारत-पाकिस्तान तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच "ऑपरेशन सिंदूर" के बाद का तनाव अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है। पाकिस्तान की ओर से बढ़ती आक्रामकता ने दोनों देशों के रिश्तों को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है। ऐसे समय में यह मुलाकात यह संकेत देती है कि भारत अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को लेकर पूरी तरह गंभीर है और किसी भी खतरे से निपटने के लिए तैयार है।