गर्म चाय या कॉफी के शौकीन हैं? संभल जाएं! एक आदत से 5 गुना तक बढ़ सकता है इस जानलेवा बीमारी का खतरा
punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 11:43 PM (IST)

नेशनल डेस्कः चाय और कॉफी – ये सिर्फ पेय पदार्थ नहीं, बल्कि करोड़ों भारतीयों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी का हिस्सा हैं। सुबह की शुरुआत हो या दफ्तर की थकान, चाय और कॉफी दोनों ही ऊर्जा का संचार करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अत्यधिक गर्म चाय या कॉफी पीने की आदत आपकी सेहत के लिए जानलेवा साबित हो सकती है?
हाल ही में आई एक चौंकाने वाली स्टडी में इसका खुलासा हुआ है। आइए जानते हैं कि रोजाना कितनी मात्रा में गर्म पेय पीना सुरक्षित है और कब यह खतरे की घंटी बन सकता है।
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की स्टडी में बड़ा खुलासा
अमेरिका के नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा कराई गई एक हालिया स्टडी के अनुसार, अगर कोई व्यक्ति रोजाना बहुत गर्म चाय या कॉफी के 8 या उससे अधिक कप पीता है, तो उसमें एसोफैगस (गले की नली) के कैंसर का खतरा 5.6 गुना तक बढ़ जाता है। यह कैंसर Esophageal Squamous Cell Carcinoma (ESCC) के नाम से जाना जाता है, जो भोजन की नली की अंदरूनी परत को प्रभावित करता है।
कितनी मात्रा से कितना खतरा?
स्टडी में पाया गया कि गर्म पेय की मात्रा जैसे-जैसे बढ़ती है, कैंसर का खतरा भी उसी अनुपात में बढ़ता है:
प्रतिदिन गर्म पेय की मात्रा | कैंसर का जोखिम |
---|---|
2–4 कप | 2.5 गुना अधिक |
5–6 कप | 3.7 गुना अधिक |
7–8 कप या अधिक | 4.8 – 5.6 गुना अधिक |
महत्वपूर्ण: "गर्म" का अर्थ सामान्य गर्माहट नहीं बल्कि 65 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान वाली चाय/कॉफी से है।
कैसे नुकसान पहुंचाता है ज्यादा गर्म पेय?
-
अत्यधिक गर्म पेय पदार्थ गले और भोजन नली की परत को जलाने का काम करते हैं। इससे वहां सूजन और सूक्ष्म क्षति होती है।
-
बार-बार यह जलन होने पर शरीर की हीलिंग प्रक्रिया गड़बड़ा जाती है और कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं – यही कैंसर का कारण बन सकती हैं।
सिर्फ कैंसर नहीं, ये समस्याएं भी हो सकती हैं
-
नींद में गड़बड़ी (Sleep Disturbance): चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन नींद की गुणवत्ता बिगाड़ता है।
-
एसिडिटी और पाचन की समस्याएं: गर्म चाय/कॉफी से पेट में जलन और गैस की दिक्कत हो सकती है।
-
डिहाइड्रेशन: ज्यादा कैफीन शरीर से पानी की मात्रा घटाता है।
-
आयरन की कमी: लगातार ज्यादा चाय पीने से भोजन में मौजूद आयरन का अवशोषण घटता है।
-
दिल की धड़कन तेज होना: अत्यधिक कैफीन दिल की धड़कन असामान्य कर सकता है।
क्या करें सुरक्षित रहने के लिए?
-
बहुत गर्म पेय से बचें: चाय/कॉफी को कुछ मिनट ठंडा करके ही पिएं।
-
2–3 कप से ज्यादा न लें: यह मात्रा सुरक्षित मानी जाती है।
-
थोड़ी-थोड़ी मात्रा में लें: एक साथ अधिक गर्म पेय पीने से परहेज करें।
-
हर्बल या डिकैफ कॉफी ट्राई करें: कम कैफीन वाले विकल्प बेहतर हैं।
-
नींद से 4-5 घंटे पहले कैफीन लेना बंद करें।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स केवल आम जानकारी के लिए हैं। सेहत से जुड़े किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने अथवा अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने या किसी भी बीमारी से संबंधित कोई भी उपाय करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें। पंजाब केसरी किसी भी प्रकार के दावे की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।