ओडिशा की 2 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने की मिली मंजूरी

punjabkesari.in Monday, Apr 10, 2017 - 08:11 PM (IST)

नई दिल्ली: संसद से आज उस विधेयक को मंजूरी मिल गई जिसमें ओडिशा की अनुसूचित जातियों की सूची में सुआलगिरि और स्वालगिरि को शामिल करने का प्रावधान किया गया है। राज्यसभा में आज चर्चा के बाद संविधान अनुसूचित जातियां आदेश संशोधन विधेयक 2017 ध्वनिमत से पारित कर दिया। लोकसभा इसे पहले ही पारित कर चुकी है। इस विधेयक में प्रस्ताव किया गया है कि केंद्र शासित प्रदेश के रूप में पांडिचेरी शब्द के स्थान पर जहां-जहां यह शब्द आता है, उसे पुडुचेर्रीं शब्द किया जाए। उच्च सदन में विधेयक पर हुई संक्षिप्त चर्चा का जवाब देते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा कि विधेयक में ओडिशा की 2 जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने का प्रावधान है।

ये समुदाय सबाखिया जाति के समरूप हैं जिसे पहले ही ओडिशा की अनुसूचित जाति की सूची में शामिल किया जा चुका है। अठावले ने कहा कि सरकार न्यायपालिका में आरक्षण की सदस्यों की मांग पर गौर करेगी। उन्होंने कहा कि हमने न्यायपालिका एवं निजी क्षेत्र में आरक्षण के बारे में अभी तक कोई फैसला नहीं किया है। यह काफी समय से लंबित मांग है। चूंकि सदस्यों ने यह मुद्दा उठाया है, हम इस पर विचार करेंगे।

इससे पहले विधेयक पर हुई संक्षिप्त चर्चा में सदस्यों ने निजी क्षेत्र, रक्षा और न्यायपालिका क्षेत्रों में आरक्षण की मांग की। कई सदस्यों ने जातिगत आधार पर हुई जनगणना के नतीजों को सार्वजनिक करने की मांग की। चर्चा में कांग्रेस के पीएल पुनिया, आनंद भास्कर रापोलू, सुबीरामी रेड्डी, सपा के विश्वंभर प्रसाद निषाद, माकपा के सोमाप्रसाद और वाईएसआर कांगे्रस के विजय साई रेड्डी ने भी हिस्सा लिया। 


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