बंगाल में एक और कांड, ट्यूशन से लौट रही 9वीं की छात्रा का यौन शोषण ! BJP बोली- महिलाओं के लिए बंगाल सबसे अनसेफ
punjabkesari.in Saturday, Sep 07, 2024 - 03:54 PM (IST)
पश्चिम बंगाल : कोलकाता में आरजी कर कॉलेज और अस्पताल का विवाद अभी तक शांत नहीं हुआ है और इसके आरोपियों को सजा भी नहीं मिली है। इसी बीच, कोलकाता से सटे हुगली के हरिपाल में एक नया और गंभीर मामला सामने आया है। हरिपाल में एक 9वीं कक्षा की छात्रा, जो ट्यूशन के बाद घर लौट रही थी, के साथ एक घिनौनी वारदात को अंजाम दिया गया। जब पुलिस को इस मामले की जानकारी मिली, तो वह तुरंत दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची। काफी खोजबीन के बाद पुलिस ने लड़की को अर्धनग्न हालत में पाया। इसके बाद, पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता के परिवार ने अनुरोध किया है कि उनकी निजता का सम्मान किया जाए। साथ ही, अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
BJP और अमित मालवीय का आरोप
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इस मामले पर ममता बनर्जी की सरकार पर हमला किया। उन्होंने शनिवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "जहां बंगाल एक युवा महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या पर आक्रोशित है, वहीं हुगली के हरिपाल में एक 15 वर्षीय लड़की के साथ बलात्कार किया गया और उसे नग्न अवस्था में सड़क पर छोड़ दिया गया। यह ग्रेटर कोलकाता क्षेत्र का हिस्सा है। बच्ची को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।"
As Bengal agitates the rape and murder of a young lady doctor, a 15 year old minor is raped and dropped off by the roadside, naked, in Haripal, Hoogly. This is part of Greater Kolkata region. The girl has been admitted to the local hospital.
— Amit Malviya (@amitmalviya) September 6, 2024
Mamata Banerjee’s police has cordoned…
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ममता सरकार पर निशाना
अमित मालवीय ने आगे कहा, "ममता बनर्जी की पुलिस ने अस्पताल को घेर लिया है और मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। स्थानीय टीएमसी नेता सुनिश्चित कर रहे हैं कि घटना की रिपोर्ट बाहर न आए। पश्चिम बंगाल अब महिलाओं और लड़कियों के लिए सबसे असुरक्षित जगह बन चुका है। ममता बनर्जी पूरी तरह विफल हो गई हैं और उन्हें तुरंत अपने पद से हट जाना चाहिए। इसके अलावा, फास्ट ट्रैक कोर्ट भी स्थापित नहीं किए गए हैं, जो बलात्कार और POCSO मामलों को जल्दी निपटाने के लिए जरूरी हैं।" इस बीच, CPIM ने 6 सितंबर की रात को हरिपाल थाने में विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी ने इस घटना की कड़ी निंदा की और सरकार से कार्रवाई की मांग की।