सेना की बड़ी कार्रवाई के बीच भारतीय रक्षा क्षेत्र से आई एक और अच्छी खबर, उड़ी चीन-पाक की नींद
punjabkesari.in Wednesday, May 14, 2025 - 09:22 AM (IST)

नेशनल डेस्क। पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले का भारत ने पाकिस्तान को ऐसा करारा जवाब दिया है जिसे वह शायद ही कभी भूल पाएगा। भारतीय सेना ने अपनी ताकत दिखाते हुए न केवल पाकिस्तान के अंदर घुसकर आतंकी शिविरों को मिसाइलों से ध्वस्त किया बल्कि उसके हर नापाक इरादे को नाकाम करते हुए उसे भारी नुकसान पहुंचाया।
खुफिया सूत्रों के अनुसार 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 7 मई की रात को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले क्षेत्र (PoK) में सक्रिय 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। इस सटीक और साहसिक कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों समेत 100 से भी ज्यादा आतंकी मारे गए हैं।
रक्षा निर्यात में भारत की बड़ी छलांग
सेना की इस बड़ी कार्रवाई के बीच भारतीय रक्षा क्षेत्र से एक और अच्छी खबर आई है। भारत अब दुनिया के 80 देशों को रक्षा उपकरणों का निर्यात कर रहा है और पिछले 10 वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग 34 गुना की भारी वृद्धि दर्ज की गई है।
आंकड़ों के अनुसार 2013-14 में भारत का रक्षा निर्यात मात्र 686 करोड़ रुपये था जो अब बढ़कर 23,622 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। रक्षा क्षेत्र में यह शानदार वृद्धि वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ते दबदबे को स्पष्ट रूप से दर्शाती है।
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वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान निजी क्षेत्र ने 15,233 करोड़ रुपये का रक्षा निर्यात किया जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा उपक्रमों (डिफेंस पीएसयू) ने रिकॉर्ड 8,389 करोड़ रुपये के हथियारों का निर्यात किया है। डिफेंस पीएसयू के निर्यात में ही लगभग 42.85 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है जो दुनिया भर में भारतीय हथियारों की बढ़ती मांग को इंगित करता है।
आत्मनिर्भर भारत का असर, वैश्विक पसंद बने भारतीय हथियार
'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत सरकार लगातार रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी हथियारों के उत्पादन पर जोर दे रही है। भारत का लक्ष्य 2029 तक अपने रक्षा निर्यात को 50 हजार करोड़ रुपये तक पहुंचाना है। भारत जिन प्रमुख हथियारों का निर्यात करता है उनमें आकाश मिसाइल, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और पिनाका रॉकेट शामिल हैं। इसके अलावा के9 वज्र तोप, बीओटी (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) प्लेटफॉर्म, डोर्नियर 228 लड़ाकू विमान और हल्का लड़ाकू विमान तेजस को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी पसंद किया जा रहा है।
वहीं पहलगाम हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के साथ-साथ रक्षा निर्यात में भारत की यह तेजी से बढ़ती ताकत देश को न केवल सुरक्षित बना रही है बल्कि वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण सैन्य और आर्थिक शक्ति के रूप में भी स्थापित कर रही है।