आंध्र प्रदेश के बापतला में खदान ढहने से छह मजदूरों की मौत, मुख्यमंत्री ने शुरू की जांच
punjabkesari.in Sunday, Aug 03, 2025 - 04:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आंध्र प्रदेश के बापटला ज़िले में एक भयानक खदान दुर्घटना में ओडिशा के छह प्रवासी मज़दूरों की मौत हो गई। यह दुर्घटना शुक्रवार शाम को हुई, जब खदान में चट्टान का एक बड़ा हिस्सा ढह गया और छह मज़दूर उसकी चपेट में आ गए। इस हादसे में दस अन्य मजदूर घायल भी हुए हैं, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह दुर्घटना खदान के निर्माण स्थल पर हुई, जहां ये मज़दूर काम के सिलसिले में ओडिशा से आए थे।
मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जताया दुख
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं जताते हुए ज़िला अधिकारियों को घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्घटना न केवल पीड़ितों के परिवारों के लिए एक बड़ी त्रासदी है, बल्कि पूरे राज्य के लिए भी एक बड़ा दुःख है। मुख्यमंत्री ने घटनास्थल पर जल्द से जल्द बचाव कार्य शुरू करने और मलबे के नीचे दबे अन्य मज़दूरों को निकालने के लिए तुरंत कदम उठाए। इसके अलावा, उन्होंने इस दुर्घटना की गहन जांच करने का आदेश दिया है और यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि भविष्य में खदानों में सुरक्षा उपायों को कड़ा किया जाए, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।
वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी जताया शोक
इस दुर्घटना पर शोक जताते हुए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि यह एक "हृदय विदारक" घटना है। उन्होंने बताया कि यह हादसा उन मज़दूरों के लिए और भी अधिक दुखद है जो अपने परिवारों का पालन-पोषण करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे थे। जगन मोहन रेड्डी ने राज्य सरकार से प्रभावित परिवारों को तत्काल मदद देने और घायलों को उचित इलाज मुहैया कराने की अपील की।
घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी
इस घटना के बाद से ही बचाव कार्य शुरू कर दिया गया था। घटनास्थल पर मौजूद पुलिस और आपदा राहत दल ने मलबे में दबे हुए मज़दूरों को बाहर निकालने का प्रयास तेज़ी से किया। शुरुआत में चार मज़दूरों के मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन बाद में अधिकारियों ने पुष्टि की कि मरने वालों की संख्या छह हो गई है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि मलबा हटाने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि अन्य कोई मज़दूर फंसा हुआ है या नहीं, बचाव अभियान देर शाम तक जारी रहा। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है, जिनमें से चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और यह भी देखा जा रहा है कि खदान में सुरक्षा नियमों का पालन हुआ था या नहीं।