राहुल गांधी के चुनाव फिक्सिंग दावों पर अमित मालवीय का पलटवार, कहा- जॉर्ज सोरोस की रणनीति पर आधारित है ये साजिश

punjabkesari.in Saturday, Jun 07, 2025 - 03:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर भाजपा पर सख्त आरोप लगाए। उन्होंने अपने लेख 'मैच-फिक्सिंग महाराष्ट्र' में दावा किया कि 2024 के महाराष्ट्र चुनाव धांधली का एक योजनाबद्ध प्रयास था, जिसका मकसद भाजपा को जीत दिलाना था। राहुल गांधी द्वारा लगाए गए इन आरोपों पर भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने पलटवार करते हुए कड़ी प्रतिक्रिया दी है। 

'राहुल गांधी का उद्देश्य "स्पष्टता नहीं बल्कि अराजकता फैलाना'
अमित मालवीय कहा कि राहुल गांधी का उद्देश्य "स्पष्टता नहीं बल्कि अराजकता फैलाना" है। मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा कि राहुल गांधी बार-बार हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों पर संदेह और असहमति की बीज बो रहे हैं, जो जानबूझकर किया जा रहा है। उन्होंने चुनाव आयोग के पहले के निर्णय को भी साझा किया जिसमें राहुल गांधी के मतदाता सूची से जुड़े दावों को खारिज किया गया था।

जब कांग्रेस हारती है तो साजिश के आरोप लगते हैं- मालवीय
अमित मालवीय ने सवाल उठाया कि जब भी कांग्रेस चुनाव जीतती है, तो चुनाव प्रणाली "निष्पक्ष" नजर आती है, लेकिन जहां भी वह हारती है, वहीं शिकायतें और साजिश के आरोप शुरू हो जाते हैं। उन्होंने कहा, "यह पूरी रणनीति जॉर्ज सोरोस के प्लेबुक से ली गई है — जनता का अपने ही संस्थानों पर विश्वास धीरे-धीरे खत्म करना, ताकि राजनीतिक लाभ के लिए उन संस्थानों को भीतर से कमजोर किया जा सके।"

क्या कहा था राहुल गांधी ने?
राहुल गांधी ने भारतीय एक्सप्रेस में प्रकाशित अपने लेख 'मैच-फिक्सिंग महाराष्ट्र' में दावा किया कि 2024 के महाराष्ट्र चुनाव धांधली का एक योजनाबद्ध प्रयास था, जिसका मकसद भाजपा को जीत दिलाना था। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, "महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 लोकतंत्र की धांधली का ब्लूप्रिंट थे।" उन्होंने आगे दावा किया कि बिहार विधानसभा चुनावों में भी यही धोखाधड़ी दोहराई जाएगी। उनका कहना था, "महाराष्ट्र का मैच-फिक्सिंग बिहार में आएगा, और फिर जहां भी भाजपा हार रही है, वहां।" अपने लेख में राहुल ने पांच चरणों में भाजपा द्वारा चुनावों को प्रभावित करने की रणनीति का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि 2023 में केंद्र सरकार द्वारा चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के लिए संशोधित कानून लाकर चुनाव आयोग की स्वतंत्रता को कमजोर किया गया।

'भाजपा ने उन क्षेत्रों में फर्जी वोटिंग की जहां, उन्हें जीत जरूरी थी'
उन्होंने इस नए कानून के तहत चयन समिति में प्रधानमंत्री, एक केंद्रीय मंत्री और लोकसभा में विपक्ष के नेता को शामिल कर "निष्पक्ष न्यायाधीशों" को हटाने का आरोप लगाया। राहुल ने सवाल उठाया कि क्यों इस समिति में भारत के मुख्य न्यायाधीश की जगह एक मंत्री को रखा गया। इसके बाद राहुल ने कहा कि मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं की भरमार की गई। उन्होंने मतदाता उपस्थिति में अचानक 7.83 प्रतिशत की वृद्धि को संदिग्ध बताया, जो लगभग 76 लाख मतों के बराबर है। अंतिम दो बिंदुओं में राहुल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने उन क्षेत्रों में फर्जी वोटिंग की जहां, उन्हें जीत जरूरी थी और साथ ही सबूतों को छुपाया गया।


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Content Editor

Harman Kaur

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