अमरनाथ यात्राः हाई अलर्ट के बावजूद पिछले चार साल में रिकॉर्ड संख्या में पहुंचे श्रद्धालु

punjabkesari.in Friday, Aug 02, 2019 - 07:17 PM (IST)

जम्मू-कश्मीर (रवि प्रताप) : अमरनाथ गुफा में बर्फानी बाबा के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं। यह हिंदुओं की सबसे पवित्र यात्राओं में से एक मानी जाती है। इस वर्ष गत चार साल के मुकाबले सबसे अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए आए हैं। लेकिन आतंकी घटना की आशंकाओं के चलते यात्रा को बीच में ही स्थगित कर दिया गया है। श्रीअमरनाथजीश्राइन वेबसाइट के अनुसार, 32 दिनों तक चली अमरनाथ यात्रा में करीब 3,42,883 श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं जो पिछले चार साल में सबसे अधिक हैं।

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वर्ष 2018 में 60 दिनों तक चली यात्रा में कुल 2,85,006 यात्रियों ने शिवलिंग के दर्शन किए थे। वहीं, 2018, 2017, 2016 और 2015 में क्रमशः 2,85,006 (60 दिन में), 2,60,003 (40 दिन में), 2,20,490 (48 दिन में) और 3,52,771(59 दिन में) यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे।

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लेकिन किसी बड़ी आतंकी घटना की आशंका के चलते प्रशासन ने यात्रा को बीच में ही रोकने के आदेश दे दिए हैं। अमरनाथ यात्रा रूट पर सुरक्षा बलों को एक स्नाइपर राइफल मिली है। इसलिए यात्रियों और श्राइन बोर्ड के अधिकारियों की सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। वैसे, यात्रा 15 अगस्त तक चलनी थी।  

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छड़ी मुकाबरक को लेकर अनिश्चत्ता 

अमरनाथ यात्रा निर्धारित समय से पहले ही रोक देने के चलते छड़ी मुकाबरक की रस्म पर अनिश्चत्ता के बादल छा गए हैं। इस बार छड़ी मुबारक की रस्म 15 अगस्त के दिन होनी थी। इसी दिन रक्षाबंधन का त्योहार भी है। हर साल रक्षा बंधन के दिन ही अधिकारिक रूप से अमरनाथ यात्रा की समाप्ति होती है और इसी दिन छड़ी मुबारक की रस्म अदा की जाती है। माना जा रहा है कि 15 अगस्त के दिन हेलीकॉप्टर में कुछ श्रद्धालुओं को लेकर पवित्र गुफा में जाकर रस्म की क्रिया को पूरा किया जाएगा। हालांकि अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

क्या है 'छड़ी मुबारक'

छड़ी मुबारक की रस्म एक चांदी की एक छड़ी से जुड़ी है। मान्यता है कि  इस छड़ी में भगवान शिव की अलौकिक शक्तियां निहित हैं। किवदंतियों के अनुसार महर्षि कश्यप ने यह छड़ी भगवान शिव को इस आदेश के साथ सौंपी थी कि इसे प्रति वर्ष अमरनाथ लाया जाएगा।


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Author

Ravi Pratap Singh

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