वायुसेना प्रमुख का ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बड़ा खुलासा: पाकिस्‍तान के 6 से 7 जेट मार‍ गिराए...

punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 01:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत के वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने शुक्रवार को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि इस अभियान के दौरान भारत ने पाकिस्तान के 4 से 5 F-16 लड़ाकू विमान और चीन निर्मित जेएफ-17 फाइटर जेट भी मार गिराए। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कई airfields को भी भारी नुकसान पहुंचाया गया, जिनमें रनवे और हैंगर शामिल हैं। एयर चीफ ने बताया कि इस कार्रवाई से पाकिस्तान की वायु सेना की क्षमताओं को भारी झटका लगा है। ऑपरेशन सिंदूर भारत की सशक्त वायु रक्षा क्षमता और सटीक मिलिट्री रणनीति का परिचायक बना।

हिंदन एयर बेस पर 8 अक्टूबर को होने वाले एयर फोर्स डे परेड से पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन में लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (SAM) निर्णायक भूमिका निभाईं। उन्होंने कहा, “हमने सबसे लंबी हिट 300 किलोमीटर से ज्यादा अंदर दुश्मन के क्षेत्र में की। हमारी मजबूत वायु रक्षा प्रणाली ने हालात पलट दिए।”

उन्होंने यह नहीं बताया कि इतने लंबी दूरी पर कौन सा पाकिस्तानी उपकरण गिराया गया और किस भारतीय मिसाइल सिस्टम ने यह हमला किया। लेकिन माना जा रहा है कि यह रूस से खरीदी गई अत्याधुनिक S-400 मिसाइल प्रणाली हो सकती है, जिसकी रेंज 300 किलोमीटर से अधिक है।

वायु सेना प्रमुख ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर की सटीकता और असर के कारण यह इतिहास में दर्ज हो जाएगा। उन्होंने कहा, “हमने एक ही रात में सटीक हमला किया, कम से कम नुकसान पहुंचाया और दुश्मन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। यह 1971 के बाद का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन है जिसे सार्वजनिक रूप से बताया गया है।”

उन्होंने सेना, नौसेना और वायु सेना की संयुक्त योजना और क्रियान्वयन की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “हमने ऑपरेशन सिंदूर में साबित किया कि हम निशानेबाज, अजेय और सटीक हैं।” फर्जी खबरों और मीडिया के रोल पर भी उन्होंने चर्चा की। सिंह ने कहा, “ऑपरेशन के दौरान गलत जानकारी फैलाई गई, लेकिन हमारे मीडिया ने सेना का खूब सहयोग किया। जब सैनिक लड़ रहे होते हैं तो जनता का मनोबल गिरना नहीं चाहिए, और मीडिया ने इसका ध्यान रखा।”

आगे की तैयारी के बारे में बात करते हुए एयर चीफ ने कहा कि भविष्य के युद्ध पहले जैसे नहीं होंगे। इसलिए हमें हमेशा तैयार रहना होगा और सभी सैन्य सेवाओं तथा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना होगा।उन्होंने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए बताया कि एलसीए Mk1A के ऑर्डर दिए गए हैं और LCA Mk2 और इंडियन मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर (IMRH) के प्रोजेक्ट भी आगे बढ़ रहे हैं। कई रेडार और सिस्टम पर भी काम हो रहा है। सिंह ने कहा, “हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ेंगे, लेकिन जहां जरूरत होगी वहां रणनीतिक तकनीक भी हासिल करेंगे।” अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त अभ्यासों की भी उन्होंने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि UAE, मिस्र, फ्रांस और सिंगापुर जैसे देशों के साथ सफल अभ्यास हुए हैं और विदेशी कमांडर भी इसे आगे बढ़ाने को उत्सुक हैं।
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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