मोदी के खिलाफ जमकर बोले अकबरुद्दीन ओवैसी, कहा ''शैतान''

punjabkesari.in Sunday, Oct 04, 2015 - 05:32 PM (IST)

किशनगंजः ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिम के प्रेजिडेंट असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने बिहार के किशनगंज में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। ओवैसी ने मोदी के खिलाफ कई आपत्तिजनक शब्दों का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने गुजरात में 2002 में हुए दंगे को लेकर मोदी को ''शैतान'' और ''जालिम'' तक कहा।

अकबरुद्दीन ने कहा, "गुजरात में मुसलमानों को घेर-घेर कर मारा गया। बच्चों और महिलाओं को जिंदा जलाया गया। उस वक्त कांग्रेस कहां थी? गुजरात के हत्यारे के हाथों हथकड़ी होती और जेल में भेजा गया होता तो लगता कि कांग्रेस हमारे लोगों के लिए गंभीर है। ये कथित सेक्युलर लोग हमारे बारे में कहते हैं कि भाजपा से पैसा मिला है। अरे तुम्हें जब हमारे लिए कहना था तब तुम खामोश रहे। अब जब हमारा इकबाल खत्म हुआ तो कहते हो कि भाजपा से पैसा मिला है।" उन्होंने कहा, "मुसलमानों के घर में लोग सरेआम घुस कर हत्या कर रहे हैं। ऐसा क्यों हो रहा है? अब वक्त आ गया है कि मुसलमान वोट बैंक के रुप में खुद को इस्तेमाल होने से बचाए।

ओवैसी ने कहा, "तेलंगाना असेंबली में हमारे 8 विधायक थे। आंध्र प्रदेश टूटने के बाद 7 बचे हैं। तेलंगाना में अल्पसंख्यकों के लिए 1 हजार 10 करोड़ का बजट है। हमलोगों ने हकुमूत पर दबाव डाल गरीब मुसलमानों के लिए व्यवस्था कराई। ऐसा बिहार में क्यों नहीं हुआ? बिहार में 22 मुस्लिम विधायक हैं लेकिन यहां महज 220 करोड़ का ही बजट है। जारी 180 करोड़ ही हुआ।"

ओवैसी ने कहा, "हमें 10 की जरूरत नहीं है, एक मर्द ही काफी है। हम बस अपनी मंजिल की तरफ भागते हैं, दौड़ते हैं और हासिल करते हैं। यहां 243 की असेंबली में 22 की जरूरत नहीं है दो ही मर्द मुस्लिम आ जाए तो काफी है। आज बिहार में अल्पसंख्यकों से जुड़ी महज दो योजनाएं हैं। मुझे सेक्युलर पार्टियों से जवाब चाहिए कि ऐसा क्यों हैं। हमारे पास मुसलमानों के लिए 26 स्कीम हैं। एक गरीब मुस्लिम बेटी की शादी तय होती है तो उसके पास पैसे नहीं होते। हमने इसके लिए असेंबली में प्रस्ताव लाया और अब मुस्लिम बेटियों को शादी के लिए 51 हजार रुपए मिलते हैं। बिहार में मुस्लिमों की हालत सबसे ज्यादा खराब है। 75 फीसदी मुसलमान गरीबी रेखा से नीचे हैं। यहां के शासकों ने हमें दिया क्या है? पूरे बिहार में सिर्फ 24 फीसदी मुसलमानों के पास अपना ठीक-ठाक घर है।"

अकबरुद्दीन ने कहा, "वे इलजाम लगाते हैं कि मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं। मैं जनगणना देखता हूं तो पता चलता है कि जन्म के वक्त सबसे ज्यादा मुस्लिम बच्चों की मौत होती है। क्या यही इंसाफ है। तुम्हारे पास इसका जवाब नहीं है और तुम हमारे ऊपर ज्यादा बच्चे पैदा करने का इलजाम लगाते हो।"


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