PM मोदी के सामने ऐश्वर्या राय बच्चन का धर्म और जाति पर आया बड़ा बयान

punjabkesari.in Wednesday, Nov 19, 2025 - 04:12 PM (IST)

नेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी पहुंचे, जहां उन्होंने दिवंगत आध्यात्मिक गुरु श्री सत्य साईं बाबा के जन्म शताब्दी समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने सत्य साईं बाबा की महासमाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके जीवन आदर्शों को याद किया। कार्यक्रम में कई नामी हस्तियां मौजूद थीं, जिनमें बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन भी शामिल रहीं।

ऐश्वर्या राय ने पीएम मोदी को कहा धन्यवाद

समारोह में बोलते हुए ऐश्वर्या राय ने प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति को 'विशेष और प्रेरणादायक' बताया। उन्होंने कहा कि वह हमेशा पीएम मोदी के मार्गदर्शक और प्रभावशाली विचारों को सुनने के लिए उत्सुक रहती हैं। ऐश्वर्या ने कहा कि पीएम की मौजूदगी ने इस शताब्दी आयोजन को और भी खास बना दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कार्यक्रम हमें श्री सत्य साईं बाबा के उस संदेश की याद दिलाता है कि सच्चा नेतृत्व सेवा में है, और मनुष्य की सेवा करना ही ईश्वर की सेवा है। सिर्फ एक ही जाति है, मानवता की जाति । सिर्फ एक ही धर्म है, प्रेम का धर्म। सिर्फ एक ही भाषा है, दिल की भाषा और सिर्फ एक ही ईश्वर है, जो सर्वव्यापी है।'

ऐश्वर्या ने बताए सत्य साईं बाबा के बताए 'पांच D'

अपने संबोधन में ऐश्वर्या राय ने उन 'पांच D' का उल्लेख किया, जिन पर अक्सर सत्य साईं बाबा जोर देते थे। ये पांच गुण व्यक्ति के जीवन को सार्थक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाते हैं—

  1. Discipline (अनुशासन)
  2. Dedication (समर्पण)
  3. Devotion (भक्ति)
  4. Determination (दृढ़ संकल्प)
  5. Discrimination (विवेक)

उन्होंने कहा कि ये मूल्य हर इंसान के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

पीएम मोदी ने किया रोड शो

पुट्टपर्थी पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने एक रोड शो भी किया, जिसमें भारी संख्या में लोग शामिल हुए। उनके साथ कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी उपस्थित रहे।

कौन थे श्री सत्य साईं बाबा?

श्री सत्य साईं बाबा का जन्म 23 नवंबर 1926 को पुट्टपर्थी गांव में सत्यनारायण राजू के रूप में हुआ था। महज 14 साल की उम्र में उन्होंने खुद को शिरडी साईं बाबा का अवतार बताकर आध्यात्मिक सेवा की राह चुन ली। उन्होंने अपने पूरे जीवन में मानव सेवा को ही ईश्वर की सच्ची उपासना माना। उनकी शिक्षाओं ने दुनियाभर में लाखों लोगों को प्रभावित किया।


 


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Content Editor

Mehak

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