Ahmedabad Plane Crash: मकान मालिक ने किया था बेघर और फिर फुटपाथ पर सोते-सोते आग की लपटों में...
punjabkesari.in Monday, Jun 16, 2025 - 09:51 AM (IST)

नेशनल डेस्क। 12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. एयर इंडिया की लंदन जाने वाली फ्लाइट AI-171 (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) ने सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद मेघनीनगर इलाके में एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर से टकरा गई. इस दुखद त्रासदी में विमान में सवार 241 लोगों की जान चली गई जबकि एक यात्री चमत्कारिक रूप से जीवित बच गया. हालांकि इस भयावह हादसे में ज़मीन पर मौजूद कई मासूम लोग भी शिकार बने जिनमें एक 13 साल का बेघर बच्चा आकाश भी शामिल था.
फुटपाथ पर सो रहा था आकाश, जलकर हुआ खाक
इस हादसे की सबसे हृदय विदारक कहानियों में से एक 13 साल के आकाश की है. वह एक चाय विक्रेता का बेटा था और सिर्फ 15 दिन पहले ही उसके परिवार को मकान मालिक ने घर से बेदखल कर दिया था. इसके बाद आकाश और उसका परिवार मेडिकल हॉस्टल के बाहर फुटपाथ पर रहने को मजबूर था जहाँ आकाश का पिता चाय की दुकान चलाता था. हादसे के दौरान आकाश फुटपाथ पर सो रहा था जब विमान का मलबा उस पर गिरा. खबरों के मुताबिक दुर्घटना के दौरान उत्पन्न 700 डिग्री सेल्सियस की भीषण गर्मी में आकाश जलकर खाक हो गया.
यह भी पढ़ें: Kantara 2 Shooting: 'कंतारा' के सेट पर फिर हुआ खौफनाक हादसा, मौत को चकमा देकर निकले फिल्म के यह फेमस स्टार
हादसे का भयावह मंजर और मृतकों का आंकड़ा
हादसा इतना भयानक था कि विमान के टकराने से मेडिकल हॉस्टल की इमारत में आग लग गई और घने काले धुएं ने बचाव कार्यों को और जटिल बना दिया. इस हादसे में कुल 274 लोगों की मौत हुई जिनमें विमान में सवार यात्री और ज़मीन पर मौजूद लोग शामिल थे. मृतकों में 169 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक थे. यह भारत के विमानन इतिहास के सबसे दुखद हादसों में से एक बन गया है.
पायलट का आखिरी संदेश
हादसे से कुछ सेकंड पहले विमान के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को कुछ मार्मिक संदेश भेजे थे जो हादसे की गंभीरता को दर्शाते हैं. पायलट ने "थ्रस्ट नॉट अचीव्ड" (थ्रस्ट प्राप्त नहीं हुआ), "फॉलिंग" (गिर रहा है), और "मेडे! मेडे! मेडे!" जैसे संदेश दिए थे.
यह भी पढ़ें: Tragic Accident In Telangana: तेलंगाना में पसरा मातम, गोदावरी नदी में डूबे एक ही परिवार के पांच बेटे
प्रारंभिक जाँच में ईंधन संदूषण और पक्षी से टकराने की संभावना को संभावित कारणों में शामिल किया गया है. हालांकि विमानन दुर्घटना जाँच ब्यूरो की उच्च-स्तरीय टीमें अभी भी ब्लैक बॉक्स के डेटा (फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) का गहन विश्लेषण कर रही हैं जिससे हादसे के वास्तविक कारणों का पता चल पाएगा.
बचाव, जाँच और मुआवज़े की घोषणा
हादसे के बाद गुजरात सरकार ने शवों की पहचान के लिए DNA टेस्टिंग शुरू की. अब तक 32 शवों की पहचान हो चुकी है और 12 शव उनके परिजनों को सौंपे जा चुके हैं. घायलों में 13 लोग अभी भी अस्पताल में इलाजरत हैं.
इस दुखद घड़ी में एयर इंडिया ने मृतकों के परिजनों के लिए 25 लाख रुपये के अतिरिक्त मुआवज़े की घोषणा की है जो टाटा संस द्वारा पहले घोषित 1 करोड़ रुपये की सहायता के अतिरिक्त है. यह सहायता राशि पीड़ित परिवारों को इस मुश्किल समय में कुछ हद तक राहत प्रदान करेगी.