अहमदाबाद प्लेन हादसा: 'मृत्युंजय' बचे रमेश ने भाई की अर्थी को दिया कंधा, शवों की पहचान अब भी जारी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 01:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें सवार 242 लोगों में से 241 की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि शवों की पहचान करना तक मुश्किल हो गया।
एकमात्र जीवित बचे रमेश विश्वास कुमार की कहानी
इस हादसे में 40 वर्षीय ब्रिटिश-भारतीय नागरिक रमेश विश्वास कुमार एकमात्र व्यक्ति हैं, जो जिंदा बचे। वे सीट नंबर 11A पर बैठे थे, जो इमरजेंसी एग्जिट के पास थी। विमान क्रैश होते ही रमेश ने तेज आवाज और कंपन के साथ चेतना खोने से पहले खुद को बाहर निकाल लिया।
रमेश का कहना है:
“सब कुछ इतना तेज़ हुआ कि कुछ भी समझने का मौका नहीं मिला। मेरी सीट इमरजेंसी दरवाज़े के पास थी, शायद इसी ने मेरी जान बचाई।”
भाई अजय की मौत, और अंतिम विदाई
रमेश के साथ उनके छोटे भाई अजय कुमार रमेश भी उसी फ्लाइट में थे, जो सीट 11J पर बैठे थे। दोनों भाई दीव में अपने परिवार से मिलकर लंदन लौट रहे थे। लेकिन इस यात्रा ने अजय की जिंदगी छीन ली। रमेश ने अस्पताल और शवगृह में भाई की तलाश की, और जब उनके निधन की पुष्टि हुई, तो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। दीव में अंतिम संस्कार के समय रमेश ने भाई की अर्थी को कंधा दिया, जो उनके जीवन का सबसे भावुक और कठिन क्षण रहा।
शवों की पहचान बनी चुनौती
➤ हादसे में कुल करीब 275 लोग मारे गए।
➤ 200 से अधिक शव बरामद किए जा चुके हैं, लेकिन कई अब भी अज्ञात हैं।
➤ शवों की हालत बेहद खराब है, अधिकतर झुलस गए हैं।
➤ डीएनए जांच के ज़रिए पहचान की प्रक्रिया चल रही है।
घायलों का इलाज जारी
➤ अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में 25 से अधिक घायल भर्ती हैं।
➤ इनमें से अधिकतर बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्र हैं, जो हॉस्टल में घायल हुए थे।
➤ हादसे में 5 मेडिकल छात्रों की भी मौत हुई।