91 लाख लेकर एजेंट ने 5 स्टूडेंट्स को भेजा UK, फर्जी निकलीं कंपनियां...वापस लौटे भारत
punjabkesari.in Saturday, Jan 25, 2025 - 02:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क: बठिंडा के एक वीजा कंसल्टेंट ने गुजरात के एक ट्रैवल एजेंट की मदद से 5 स्टूडेंट्स को वर्क परमिट पर यूके भेजा। इन स्टूडेंट्स से 91.75 लाख रुपए वसूलने के बाद, जब वे यूके पहुंचे, तो पता चला कि जिन कंपनियों के लेटर दिए गए थे, वे फर्जी थीं। इसके बाद सभी 5 स्टूडेंट्स को वापस भारत लौटना पड़ा। हालांकि, इन स्टूडेंट्स के परिजनों पर दबाव डालने के बाद वीजा कंसल्टेंट ने उनकी पूरी राशि वापस कर दी। लेकिन फिर भी उसने इस मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने जांच के बाद गुजरात के अहमदाबाद निवासी मोहित देसाई के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
जानें क्या है पूरा मामला?
नवप्रीत सिंह, जो बठिंडा में वीजा प्वाइंट कंसल्टेंट चलाते हैं, ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि वह कई वर्षों से अहमदाबाद के यूरानैस एजुकेशन के संचालक मोहित देसाई से यूके का वीजा लेने के लिए सीओएस (कॉन्फर्मेशन ऑफ स्टीटस) लेटर प्राप्त करते रहे हैं। मोहित देसाई ने नवप्रीत से कहा था कि अगर उनके पास वर्क परमिट वाले स्टूडेंट्स हों, तो वे उन्हें यूके भेज सकते हैं। इसके बाद, नवप्रीत ने पांच स्टूडेंट्स के दस्तावेज मोहित देसाई को भेजे। आरोपी ने इन स्टूडेंट्स से 18.50 लाख रुपए लेकर सीओएस लेटर देने का वादा किया और विश्वास दिलाया कि काम मिल जाएगा।
धोखाधड़ी का खेल
मोहित देसाई ने स्टूडेंट्स से 7 जून 2023 से लेकर 12 जून 2023 तक तीन किस्तों में 91.75 लाख रुपए ले लिए। इसके बाद उन्हें सीओएस लेटर दिए गए और स्टूडेंट्स को वीजा मिलने के बाद यूके भेजा गया। लेकिन जब ये स्टूडेंट्स यूके पहुंचे, तो पता चला कि जिन कंपनियों के लेटर दिए गए थे, वे फर्जी थीं। इन कंपनियों में कोई भी काम नहीं था। इस पर सभी पांचों स्टूडेंट्स ने वीजा कंसल्टेंट से संपर्क किया और इसके बाद उन्हें वापस भारत लौटना पड़ा। हालांकि, वीजा कंसल्टेंट ने इन स्टूडेंट्स की पूरी राशि परिजनों के दबाव में वापस कर दी। फिर भी नवप्रीत सिंह ने मोहित देसाई और उसके साथी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी और जांच के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। अब इस मामले की जांच जारी है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।