चुनावी नतीजों के बाद सनातन पर फिर बोले उदयनिधि- मैं करुणानिधि का पोता हूं, माफी नहीं मागूंगा
punjabkesari.in Monday, Dec 04, 2023 - 11:03 AM (IST)
नेशनल डेस्क: चार राज्यों में से तीन राज्यों में अपनी शानदार जीत का परचम लहराने के बाद बीजेपी ने कांग्रेस को पछाड़ा दिया है। इन नतीजों के बीच, हाल ही में सनातन को लेकर अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में आने वाले उदयनिधि स्टालिन की प्रतिक्रिया सामने आई है। उदयनिधि ने बीजेपी के ऊपर शिकंजा कसते हुए सनातन को लेकर फिर बयान दिया और कहा, " बीजेपी ने मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया और देश के लोगों ने उस पर खूब चर्चा भी की।" आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे माफी मांगने के लिए भी कहा गया था, पर मैं कोई माफी नहीं मांगने वाला हूँ क्योंकि मैं स्टालिन का बेटा हूं और साथ ही करूणानीधि का पोता भी हूं। मैं उनकी ideology को ही फॉलो कर रहा हूं।”
अपने बयान पर सफाई देते हुए उदयनिधि ने यह भी कहा कि 'मैं उस वक्त चेन्नई के एक सम्मेलन में भाग लेने गया था यहां सिर्फ तीन मिनट के लिए बोला था। मैंने जो कुछ भी कहा वह यह था कि सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और किसी के साथ भी भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए, और भेदभाव के हर प्रयास को खत्म कर देह ना चाहिए। लेकिन बीजेपी ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया, इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पूरे देश को मेरे बारे में बात करने पर मजबूर भी कर दिया।' उन्होंने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य प्रदेश चुनाव प्रचार में मेरे बारे में बात की थी।
"BJP twisted, magnified my words, made whole country talk about me": Udhayanidhi Stalin on row over Sanatan remark
— ANI Digital (@ani_digital) December 3, 2023
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उन्होंने कहा कि मैंने नरसंहार का आह्वान किया है, लेकिन उन्होंने ऐसी बातें भी कहीं जो मैंने कभी कही ही नहीं थी। इन सब की वजह से कुछ संतों ने तो मेरे सिर पर 5-10 करोड़ का इनाम तक घोषित कर दिया था। खेर यह मामला फिलहाल कोर्ट में चल रहा है और मुझे कानून पर पूरा भरोसा है। मैं जनता हूं कि कानून हमेशा सच का साथ ही देगा।” बता दें, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और DMK चीफ एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सितंबर में 'सनातन धर्म' पर दिय गए विवादित बयान की वजह से वह काफी सुर्खियों में रहे हैं।
उन्होंने 'सनातन धर्म को 'सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ' बताया था। उन्होंने कहा था, 'कुछ चीजों का सिर्फ विरोध ही नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें जड़ से भी खत्म किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना वायरस का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना होगा। इसी तरह हमें सनातन को खत्म करना है। ' उस वक्त सनातन धर्म को लेकर उदयनिधि की टिप्पणियों पर पूरे देश में बड़ा बवाल मचा था। भाजपा ने उनके बयान की तीखी आलोचना की थी। भगवा पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने उदयनिधि स्टालिन के बयान की तुलना 'यहूदियों के बारे में हिटलर के विचारों' कर दी थी।