Ahmedabad Plane Crash: पहला शव परिवार को सौंपा गया, अब तक इतने शवों की पुष्टि
punjabkesari.in Saturday, Jun 14, 2025 - 07:51 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के बाद एक महिला का शव डीएनए टेस्ट के बाद उसके परिवार को सौंप दिया गया है। इस महिला की पहचान खेड़ा की पूनमाबेन के रूप में हुई है। एक और शव आज शाम या कल सुबह परिजनों को दिया जाएगा। अब तक कुल 9 शवों की पहचान डीएनए टेस्ट से हो चुकी है। इससे पहले 8 शवों को सीधे परिजनों को सौंपा गया था क्योंकि उनके शरीर ज्यादा क्षतिग्रस्त नहीं थे और परिजनों ने उन्हें पहचान लिया था। डॉक्टरों के अनुसार अब तक लगभग 270 शव अस्पताल लाए जा चुके हैं।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा गुरुवार दोपहर को हुआ जब एयर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान, जो लंदन जा रहा था, अचानक मेडे (आपातकालीन) सिग्नल भेजकर एक रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया। विमान में आग लग गई और वह एक मेडिकल छात्रावास में जा गिरा। यह भारत की सबसे भीषण विमान दुर्घटनाओं में से एक बन गई है। विमान में कुल 242 लोग सवार थे, लेकिन सिर्फ एक ही यात्री बच पाया। बचने वाला व्यक्ति 40 वर्षीय विश्वाश कुमार रमेश है, जो यूके में रहता है। वह इमरजेंसी एग्जिट के पास 11A सीट पर बैठा था। हादसे में विमान का पिछला हिस्सा पूरी तरह बर्बाद हो गया था।
रमेश की आपबीती
रमेश ने बताया कि जब विमान टकराया, तो उसे लगा कि अब वह मरने वाला है। लेकिन जब उसने आंखें खोलीं, तो वह जीवित था। उसने तुरंत सीट बेल्ट खोली और वहां से भागा। उसके अनुसार, एयरहोस्टेस और उसके पास बैठे दंपत्ति की मौके पर ही मौत हो गई।
पीड़ितों में कौन-कौन शामिल?
विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई नागरिक और 12 क्रू मेंबर थे। मरने वालों में एक किशोर चाय बेचने वाला भी शामिल है और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपानी भी इस उड़ान में थे।
डीएनए से शवों की पहचान
अहमदाबाद में शवों की पहचान के लिए परिजनों के डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। कुछ लोग विदेश से भी आए हैं। अधिकारियों ने कहा है कि जब तक सभी डीएनए जांच पूरी नहीं होती, तब तक अंतिम मृतकों की संख्या नहीं बताई जा सकती।