76 साल बाद पूरी दुनिया में होंगे ब्लू मून के दीदार, जानिए कब दिखेगा यह खूबसूरत नजारा

punjabkesari.in Friday, Sep 25, 2020 - 02:27 PM (IST)

नेशनल डेस्कः इस साल अक्तूबर का महीना बेहद खास रहने वाला है। दरअसल 76 साल बाद लोगों को नीले चांद (ब्लू मून) के दीदार होने वाले हैं। इसकी खास बात यह होगी कि इस घटना के दौरान चांद की खूबसूरती आम दिनों के मुकाबले कई गुणा ज्यादा होगी। अमूमन कुछ दशकों के अंतराल पर यह खगोलीय घटना होती है। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्लू मून पूरे विश्व में देखने को मिला था। अब साल 1944 के बाद अब पहली बार इसे साउथ अमेरिका, भारत, यूरोप, एशिया समेत पूरे विश्व से देखा जा सकेगा। वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला के खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि 31 अक्तूबर 2020 के बाद यह दुर्लभ नजारा को 19 सालों के बाद 2039 में देखा जा सकेगा।

 

इस घटना का नजारा मनमोहक होने के साथ खगोल विज्ञान में रूचि रखने वालों के लिए बेहद अनोखा होगा। अमर पाल सिंह ने बताया कि फूल मून की घटना 29 दिनों के अंतराल पर होती है। जबकि एक महीने में 30 या 31 दिन होते हैं। ऐसे में एक महीने के अंदर दो फूल मून की घटना ढाई से तीन सालों के बीच घटित होती है। पूरी दुनिया में ये खगोलीय घटना एक साथ दिखाई नहीं देती है। खगोलीय घटना के दौरान चंद्रमा की रोशनी या रंग में कोई बदलाव नहीं होता है। वो सामान्य दिनों में घटित होने वाली पूर्णिमा के सामान की ज्यादा चमकदार और बड़ा नजर आता है।

 

ब्लू मून क्या
ब्लू मून का मतलब यह नहीं कि चांद पूरा नीले रंग का हो जाएगा। इस दिन चांद का पूरा रंग नहीं बदलता। जब भी एक महीने के अंदर यानी 30 दिनों की अवधि में दो बार पूर्णिमा अर्थात फूल मून का संयोग घटित होता है तो उसे ब्लू मून ही कहा जाता है। सोशल मीडिया पर ब्लू मून के रूप में नीले रंग का चांद दिखाया जाता है लेकिन यह सच नहीं है। बता दें कि साल 2020 में दो बार फूल मून होने जा रहा है। 1 अक्तूबर को पूर्णिमा का पहला मौका होगा। इसके बाद 31 अक्तूबर को भी पूर्णिमा होगी। अक्सर एक साल में 12 पूर्णिमा होती हैं, लेकिन इस बार 13 पूर्णिमाएं होंगी। इसके बाद साल 2039 में ब्लू मून देखने को मिलेगा।


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Seema Sharma

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