30 साल की सेवा के बाद रिटायर हो रहा एयरक्राफ्ट टीयू 142M

punjabkesari.in Sunday, Mar 26, 2017 - 04:40 PM (IST)

नई दिल्लीः बीते करीब 30 सालों तक भारत की समुद्री सीमाओं की निगेहबानी करने वाले ‘लॉन्ग रेंज समुद्री गश्ती विमान टीयू 142 एम’ 29 मार्च को नौसेना से विदा हो जाएंगे। विमानवाहक पोत आईएनएस विराट के जाने के बाद नौसेना से यह दूसरी अहम विदाई होगी। टीयू 142 एम की जगह अब मिसाइलों, रॉकेटों और टॉरपीडो से लैस 12 पोसाइडन-8 आई लांग रेजे पेट्रोल विमान लेंगे, जिनमें से 8 की अमेरिका से आपूर्ति हो चुकी है। इन्हें अमेरिका से 3.2 अरब डॉलर में खरीदा गया है।  टीयू 142 एम विमानों ने नौसेना के सभी प्रमुख अभ्यासों और ऑपरेशंस में हिस्सा लिया।

मालदीव में ऑपरेशन‘कैक्टस’के दौरान इन्होंने कार्रवाई की और हवाई निगरानी के लिए श्रीलंका से संचालन मिशन में भाग लिया। हिंद महासागर में दुश्मन के जहाजों और पनडुब्बियों पर कड़ी नजर रखने में भी ये काफी मददगार साबित हुए। इस विमान बेड़े को नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा की मौजूदगी में तमिलनाडु में अरक्कोणम स्थित नौसेना के आईएनएस रजाली अड्डे में आयोजित विशेष समारोह में विदा किया जाएगा।

इस मौके पर एडमिरल लाबां विदा हो रहे विमान बेड़े के योगदान को यादगार बनाने के लिए एक डिस्प्ले एयरक्राफ्ट का भी उद्घाटन करेंगे। इसी दिन आईएनएस रजाली की रजत जयंती भी मनाई जाएगी।  इनमें से पहले आठ विमानों को 1988 में तत्कालीन सोवियत संघ से खरीद कर नौसेना में शामिल किया गया था। समय बीतने के साथ इनकी सेंसर और आयुध प्रणाली पुरानी पड़ गई। रखरखाव के खर्चे भी ज्यादा आने लगे और साथ ही कल पुर्जों की समस्या भी खड़ी होने लगी लिहाजा नौसेना से इन्हें हटा देने का फैसला लिया गया।


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