ओखला में AAP के अमानतुल्ला ने मारी बाजी, पहले से तीसरा स्थान पर पहुंचा BJP

punjabkesari.in Saturday, Feb 08, 2025 - 11:13 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों की गिनती आज सुबह शुरू हो गई है और ओखला विधानसभा सीट पर एक दिलचस्प और कड़ी मुकाबला देखने को मिल रहा है। आम आदमी पार्टी (AAP) के मौजूदा विधायक अमानतुल्ला खान, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मनीष चौधरी और कांग्रेस की अरीबा खान के बीच इस बार कड़ी टक्कर है। इसके साथ ही, इस बार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) ने दिल्ली दंगों के आरोपी शिफा उर रहमान को उम्मीदवार बनाया है, जिससे मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।

प्रारंभिक परिणामों के रुझान
10:55 AM: ओवैसी की पार्टी AIMIM के कैंडिडेट शिफा उर रहमान खान ने भी बटोरे 5000 से ज्यादा के वोट।
10:49 AM: शुरुआती गिनती से लगातार आगे चल रहे BJP के मनीष चौधरी पिछड़े।
10:34 AM: AAP के अमानतुल्ला खान 4 हजार 475 वोटों से निकले आगे।
10:03 AM: ओखला सीट से लगातार भाजपा आगे, पहले राउंड की गिनती हुई पूरी।
09:50 AM: BJP के मनीष चौधरी 2260 वोटों से चल रहे आगे, अमानतुल्ला अभी भी पीछे।
09:45 AM: दिल्ली में BJP 36 सीटों पर चल रही आगे, AAP को मिली 16 सीटें।
09:15 AM: शुरुआती रुझानों के अनुसार, बीजेपी के मनीष चौधरी 5000 वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि AAP के अमानतुल्ला खान पीछे चल रहे हैं।  
09:00 AM: ओखला में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है, जहां बीजेपी के मनीष चौधरी 5000 वोटों से आगे हैं।  
08:45 AM: शुरुआती दौर में ओखला से AAP के अमानतुल्ला खान आगे चल रहे थे, लेकिन बाद में बीजेपी ने बढ़त बनाई है।  
08:40 AM: डाक मतपत्रों (पोस्टल बैलेट) में बीजेपी के मनीष चौधरी ने बढ़त बनाई है।  
08:30 AM: पोस्टल बैलेट वोटों की गिनती के दौरान बीजेपी 70 वोटों से आगे चल रही है।  
08:10 AM: ओखला सीट पर पोस्टल बैलेट वोटों की गिनती चल रही है, जबकि बीजेपी और AAP के उम्मीदवारों के समर्थक बड़ी संख्या में मतगणना केंद्र पर उपस्थित हैं।  
08:00 AM: ओखला विधानसभा के मतगणना केंद्र पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है और उम्मीदवारों के समर्थक अपनी-अपनी पार्टी के पक्ष में नारेबाजी करते हुए जुटे हुए हैं।  

अमानतुल्ला खान का मजबूत आधार 
ओखला विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अमानतुल्ला खान लगातार तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं। अमानतुल्ला ने 2015 में इस सीट पर पहली बार कब्जा किया था और 2020 में उन्होंने 1,30,367 वोटों के साथ जीत हासिल की थी। 2020 में उन्होंने बीजेपी के ब्रह्म सिंह को 58,540 वोटों से हराया था, जो उनके विरोधी उम्मीदवार से दोगुने से भी ज्यादा थे। अमानतुल्ला खान का अपने इलाके में मजबूत जमीनी आधार है और वह अपनी जीत को लेकर आश्वस्त हैं। हालांकि इस बार उनकी राह आसान नहीं रही है, क्योंकि कांग्रेस और AIMIM के उम्मीदवारों के कारण मुकाबला और भी प्रतिस्पर्धी हो गया है। AIMIM के शिफा उर रहमान के मैदान में आने से AAP के लिए जीत की राह और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है। 

इंशा अल्लाह, हमारी अच्छी जीत होगी
ओखला के मतगणना से पहले, अमानतुल्ला खान ने विश्वास व्यक्त किया था कि उन्हें इस बार भी जीत मिलेगी। उन्होंने कहा, “ओखला में कुल 3,80,295 वोट हैं, जिनमें से 2,16,729 वोट डाले गए। इंशा अल्लाह, हमारी अच्छी जीत होगी!” उनके इस आत्मविश्वास को उनके समर्थकों ने भी पंख लगाए थे। 

कांग्रेस का इस सीट पर था दबदबा 
ओखला सीट मुस्लिम बहुल है, और यहां के मतदाता क्षेत्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पहले कांग्रेस का इस सीट पर दबदबा था। 1993 में परवेज हाशमी ने यह सीट जीती थी, जो बाद में जनता दल से कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हाशमी ने 1998, 2003 और 2008 में लगातार जीत हासिल की थी। इसके बाद 2009 में उपचुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के आसिफ मुहम्मद खान ने ओखला से जीत दर्ज की। 2013 में कांग्रेस के टिकट पर आसिफ मुहम्मद खान ने एक और जीत हासिल की, लेकिन 2015 में आम आदमी पार्टी के अमानतुल्ला खान ने इस सीट पर कब्जा किया और तब से लेकर अब तक लगातार इस सीट पर अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। 

दिल्ली विधानसभा में ओखला सीट से काफी उम्मीदें  
इस बार AIMIM ने शिफा उर रहमान को ओखला से उम्मीदवार बनाया है। AIMIM की दिल्ली विधानसभा में ओखला सीट से काफी उम्मीदें हैं, और पार्टी ने इस सीट पर अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए कई रणनीतियाँ बनाई हैं। AIMIM के लिए यह चुनाव एक महत्वपूर्ण मौका हो सकता है, क्योंकि मुस्लिम बहुल इस इलाके में पार्टी को अच्छे परिणामों की उम्मीद है।

कांग्रेस की उम्मीदें कम 
इस चुनाव में कांग्रेस की अरीबा खान भी मैदान में हैं, जिन्होंने इस बार ओखला सीट से अपनी उम्मीदवारी प्रस्तुत की है। अरीबा ने ओखला में बदलाव की बात की थी, और कांग्रेस पार्टी की स्थिति को सुधारने के लिए कई मुद्दों पर चुनावी अभियान चलाया था। हालांकि, ओखला की जमीनी राजनीति में आम आदमी पार्टी और बीजेपी की टक्कर को देखते हुए कांग्रेस की उम्मीदें कम हैं। बता दें की दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कुल 70 सीटों के लिए 699 उम्मीदवार मैदान में थे। मतदान 5 फरवरी को हुआ था, जिसमें 54.9% मतदान हुआ। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर थी। इसके साथ ही मतगणना केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, और सभी केंद्रों पर पुलिस बल तैनात किया गया था। मतगणना के दौरान कोई भी अप्रिय घटना न हो, इसके लिए सभी इंतजाम किए गए थे। ओखला सीट पर अभी भी परिणामों की गिनती जारी है। शुरुआती रुझान बीजेपी के पक्ष में जाते दिख रहे हैं, लेकिन आगे की गिनती में कोई बदलाव आ सकता है। अंतिम परिणामों का इंतजार है, क्योंकि ओखला में कड़ी मुकाबला हो रहा है।


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Content Editor

Mahima

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