आप विधायक अमानतुल्लाह खान गिरफ्तार, ED ने छापेमारी के बाद किया अरेस्ट

punjabkesari.in Monday, Sep 02, 2024 - 01:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार दोपहर दिल्ली स्थित उनके आवास पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया। यह गिरफ्तारी दिल्ली वक्फ बोर्ड में नियुक्तियों और इसकी संपत्तियों को पट्टे पर देने में कथित अनियमितताओं से जुड़े धन शोधन के आरोपों के संबंध में की गई थी।

इससे पहले सुबह में, ईडी ने दिल्ली के ओखला स्थित खान के आवास पर छापेमारी की, जो दिल्ली वक्फ बोर्ड के लिए कर्मचारियों की भर्ती में कथित अनियमितताओं से संबंधित धन शोधन की चल रही जांच का हिस्सा थी। यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई, जिसमें दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के जवान सुरक्षा प्रदान कर रहे थे। अमानतुल्लाह खान ने सोशल मीडिया पर कहा कि छापेमारी का उद्देश्य उन्हें गिरफ़्तार करना था। उन्होंने आरोप लगाया कि ईडी उन्हें और आप नेतृत्व को "परेशान" कर रहा है।
 

मुझे झूठे मामलों में फंसाकर परेशान कर रहे- खान
खान ने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट में कहा, "पिछले दो सालों से वे मुझे झूठे मामलों में फंसाकर परेशान कर रहे हैं, लगभग हर दिन मेरे और मेरी पूरी पार्टी के लिए कुछ न कुछ परेशानी खड़ी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जेल में हैं, संजय सिंह जेल में हैं, सत्येंद्र जैन अभी भी जेल में हैं और अब वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं। उनका एकमात्र मकसद हमें और हमारी पार्टी को तोड़ना है।" आप नेताओं ने खान के समर्थन में रैली निकाली, मनीष सिसोदिया ने भाजपा और ईडी पर असहमति को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया।

सिसोदिया ने की ईडी की आलोचना 
सिसोदिया ने कहा, "ईडी के पास बस यही काम बचा है: भाजपा के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना। इसे तोड़ो। जो नहीं टूटते या आत्मसमर्पण नहीं करते, उन्हें गिरफ्तार करो और जेल में डालो।" आप सांसद संजय सिंह ने ईडी की कार्रवाई की आलोचना करते हुए इसे "निर्मम" बताया। उन्होंने कहा कि खान ने हाल ही में ईडी की जांच में भाग लिया था और अपनी सास की गंभीर बीमारी के कारण अधिक समय का अनुरोध किया था।

खान को इससे पहले अप्रैल में इसी मामले के सिलसिले में ईडी ने गिरफ्तार किया था, लेकिन दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। खान के खिलाफ ईडी की शिकायत दिल्ली वक्फ बोर्ड में अवैध कर्मचारियों की भर्ती और उसके बाद अपने सहयोगियों के नाम पर संपत्ति खरीदने के लिए धन के दुरुपयोग के आरोपों पर केंद्रित है।इस घटनाक्रम ने आप और भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक टकराव को और तेज कर दिया है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर कदाचार का आरोप लगा रहे हैं।

 

 


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Content Editor

rajesh kumar

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