मंडावली ही नहीं, LG ने 10 और मंदिर तोड़ने का दिया है आदेश, मंदिर की रैलिंग तोड़ने पर भड़की आप मंत्री
punjabkesari.in Thursday, Jun 22, 2023 - 03:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली में मंडावली इलाके में शनि मंदिर के बाहर बने अवैध रैलिंग तोड़ने के लिए जमकर बवाल हो गया। अवैध निर्माण को तोड़ने आई प्रशासन की टीम और सुरक्षाकर्मियों के साथ वहां मौजूद लोगों की झड़प हो गई। बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन के कारण क्षेत्र में जाम भी लग गया, हालांकि बाद में स्थिति को नियंत्रित किया गया। इस मामले पर आम आदमी पार्टी की नेता और पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि दिल्ली के एलजी यह सब कुछ करवा रहे हैं।
#WATCH | This action has been taken on the orders of LG. The then minister Manish Sisodia disapproved of all demolitions, but the LG overruled his decision and gave direction to demolish 10 temples in Delhi: Atishi, Delhi PWD minister on the removal of a portion of a temple in… https://t.co/w6jqHTsvrH pic.twitter.com/0sYgtIE0p7
— ANI (@ANI) June 22, 2023
आतिशी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मंडावली में दिल्ली के उपराज्यपाल के आदेश पर मंदिर तोड़ा जा रहा है। जब इस मामले से जुड़ी फाइल तत्कालीन गृह मंत्री मनीष सिसोदिया के पास भेजी गई तो उन्होंने इसका विरोध किया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘उपराज्यपाल साहब ने मनीष सिसोदिया के फैसले को पलट दिया। सिर्फ मंडावली में ही नहीं, उन्होंने दिल्ली में 10 अन्य मंदिरों को भी तोड़ने का फैसला किया है।'' मंत्री ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने कहा है कि मंदिरों को तोड़ने की फाइल सीधे उन्हें भेजी जाएंगी, चुनी हुई सरकार को नहीं। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) अतिक्रमण रोधी अभियान का विरोध करती है और इसीलिए पार्टी के कार्यकर्ता बुधवार शाम से ही मंडावली में मौके पर मौजूद हैं।
पुलिस उपायुक्त (पूर्व) अमृता गुगुलोथ ने बताया कि पीडब्ल्यूडी को बृहस्पतिवार को अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाना था। उन्होंने कहा, ‘‘हमें कल (बुधवार) पीडब्ल्यूडी द्वारा अतिक्रमण रोधी अभियान के बारे में सूचित किया गया। मंदिर के पास लगी ‘ग्रिल' के जरिए फुटपाथ पर अतिक्रमण किया गया था और इसे शांतिपूर्वक हटा दिया गया। हमने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को सहायता प्रदान की। कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य है।'' पुलिस ने बताया कि मंदिर परिसर के पास एकत्र हुए स्थानीय लोगों ने अब विरोध-प्रदर्शन बंद कर दिया है, लेकिन वे अब भी सड़क के एक तरफ खड़े हैं। अतिक्रमण रोधी अभियान पूरा होने के बाद उन्होंने नारे लगाए और मंदिर में प्रार्थना में हिस्सा लिया। उन्होंने बताया कि यातायात की स्थिति नियंत्रण में है और वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो गई है।