हरियाणा में INDIA गठबंधन को झटका, AAP का ऐलान- अकेले लड़ेगी विधानसभा चुनाव
punjabkesari.in Tuesday, Sep 12, 2023 - 08:47 PM (IST)

नेशनल डेस्कः INDIA गठबंधन एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। ऐसा इसलिए, आम आदमी पार्टी ने हरियाणा के विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने का ऐलान कर दिया है। AAP के संगठन महासचिव संदीप पाठक ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनावों में अकेले ही लड़ेगी और वे किसी अन्य दल के साथ सीट शेयरिंग नहीं करेंगे।
हरियाणा की जनता बदलाव के लिए उत्सुक
संदीप पाठक ने कहा, हरियाणा में विधानसभा का चुनाव आने वाला है और आम आदमी पार्टी अब एक नेशनल पार्टी है। सभी राज्यों में हम संगठन बना रहे हैं। हरियाणा के सर्कल लेवल तक हमारा संगठन बन चुका है। लगभघ 15 दिनों में हरियाणआ के एक-एक गांव में हमारी सारी कमेटी बन जाएंगीं और उसके बाद हम अपना कैंपेन शुरू कर देंगे। हरियाणा की जनता बदलाव के लिए उत्सुक है। हम हरियाणा में अच्छा करेंगे। उन्होंने कहा, निश्चित रूप से सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
#WATCH | Delhi: On meeting with Haryana leaders, AAP MP Sandeep Pathak says, "The Vidhan Sabha elections will be held in Haryana...Haryana has a lot of energy & the people here want a change. We will fight the Vidhan Sabha elections alone & on all the seats..." pic.twitter.com/8zCY40Q39v
— ANI (@ANI) September 12, 2023
वहीं, 13 सितंबर को होने वाली INDIA ब्लॉक की कॉर्डिनेशन कमेटी की बैठक पर संदीप पाठक ने कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर जो पार्टनरशिप हुई है, उससे जुड़ी अगली मीटिंग कल है। सभी मुद्दों पर डिटेल में चर्चा होगी. मुझे एजेंडा का आइडिया नहीं है, लेकिन कैंडिडेट्स सेलेक्शन से लेकर कैंपेन प्लानिंग सभी पर डीटेल में चर्चा होगी।
बता दें कि इन दिनों इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा जोरों पर है। मुंबई में हुई इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक में सीट शेयरिंग का मुद्दा जल्द सुलझाने पर सहमति बनी। सीट शेयरिंग को लेकर अभी बात होनी है, लेकिन उससे पहले ही इस मसले पर गठबंधन के घटक दलों में सिरफुटौव्वल शुरू हो गई है।
AAP पीएम पद की दौड़ में नहीं
उधर, आप नेता राघव चड्ढा ने विपक्षी गठबंधन के संभावित प्रधानमंत्री पद के नामों पर कहा कि पहली बात तो यह है कि आम आदमी पार्टी इस दौड़ में नहीं है। आप नेता ने कहा, ‘‘हम इस गठबंधन में एक वफादार सिपाही हैं। हम प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में नहीं हैं। हमारे गठबंधन में कई सक्षम प्रशासक हैं। हमारे पास कई सक्षम लोग हैं। लेकिन, क्या एनडीए में कोई खड़ा होकर कह सकता है कि वे चाहते हैं कि नितिन गडकरी प्रधानमंत्री बनें या अमित शाह प्रधानमंत्री बने? मैं यहां सिर्फ यह साबित करना चाहता हूं कि हमारे पास कई सक्षम प्रशासक हैं। उनके पास कोई नहीं है। वे केवल एक नेता का नाम ले सकते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘गठबंधन इसका (प्रधानमंत्री पद के नाम पर) निर्णय लेगा।